Home लोकसभा चुनाव २०१९ धीरे-धीरे ब्राह्मणों को दूर करती भाजपा और ब्राह्मणों को अपमानित करते भाजपा...

धीरे-धीरे ब्राह्मणों को दूर करती भाजपा और ब्राह्मणों को अपमानित करते भाजपा प्रत्याशी …

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तिरछी नज़र …

देश में इन दिनों लोकतन्त्र का महापर्व मनाया जा रहा है और सभी पार्टियां चुनाव के रास्ते संसद भवन में अपना वर्चस्व कायम करने की जुगत में लगी हैं। ऐसे में सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी जो आज़ दिल्ली के सिंहासन पर विराजमान है सत्ता में कायम रहने के लिए सियासी शतरंज की विसात पर न जाने कैसे-कैसे मोहरों का प्रयोग और शातिर चालें चल रही है। प्रखर हिन्दुत्व के मुद्दों पर गोधरा से चलकर दिल्ली तक का सफ़र तय करने वाले नरेन्द्र मोदी सबका साथ सबका विकास के नारे के साथ हिन्दुस्थान की पसन्द बनते गये और परिणामतः आज़ भारत के प्रधानमन्त्री के पद पर विराजमान हैं।

भारतीय जनता पार्टी एवं देश के सर्वमान्य नेता नरेन्द्र मोदी पर समूचा देश निर्विवाद रूप से गर्व कर रहा है, करे भी क्यों न, आज़ विश्व मे भारत का सम्मान बढ़ा है पड़ोसी पाकिस्तान भी मिमिया रहा है, देश विकास के पथ पर चल पड़ा है। यूँ तो दो हज़ार चौदह से पहले कई वादे देश की जनता से किये गये थे, और कई वादे पूरे भी किये गये हैं,,, वादा तो अयोध्या में भगवान श्री राम जी के भव्य मन्दिर के निर्माण का भी था, कश्मीर से धारा तीन सौ सत्तर को समाप्त करने का भी था आदि आदि,,, और वही वादे फिर इस चुनाव में भी किये जा रहे हैं । अब वादे हैं वादों का क्या,,,

इन सबके बीच न जाने क्यों चुनाव रूपी इस सियासी महासमर में टिकटों के बंटवारे से लेकर लगभग हर क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टीे ने विभिन्न बहानों से आश्चर्यजनक रूप से ब्राह्मणों को दूर करना आरम्भ कर दिया है तो दूसरी तरफ कई भाजपा प्रत्याशी कहीं प्रत्यक्ष तो कहीं अप्रत्यक्ष रूप से खुलेआम मंचों से ब्राह्मणों को गरियाते नज़र आ रहे हैं । अब हिन्दुस्थान की राजनीति ही नहीं देश की सर्वांगीण मुख्य धारा में अग्रणी भूमिका निभाने वाला एवं सर्व समाज का सदैव हित चिंतक रहा ब्राह्मण स्वयं को ठगा सा महसूस कर रहा है। सिद्धान्तों की राजनीति करने वाला ब्राह्मण अभी भी यकीन नहीं कर पा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी में ऐसा हो रहा है ।

जातिगत समीकरणों के दम पर चाहे भदोही लोकसभा हो या अयोध्या या कोई अन्य,,, मात्र मोदी के नाम एवं काम तथा छद्म राष्ट्रवाद के सहारे अपनी विजय का सपना पाले भाजपा प्रत्याशी निरंकुश होते देखे जा रहे हैं जो स्वस्थ लोकतन्त्र एवं सभ्य समाज के लिए अत्यन्त घातक है । असली हिन्दुस्थान तो सभी हिन्दुओं से मिलकर ही सम्पूर्ण होता है । एक माले के सभी मनके महत्वपूर्ण होते हैं यह भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं को भी समझना होगा, और इन अतिज्ञानी प्रत्याशियों के मुंह मे लगाम लगानी होगी, सबको ससम्मान साथ लेकर चलना ही होगा । अन्यथा ………..

वीडीयो देखने के लिए क्लिक करें – ब्रह्मणो के बरें में अपशब्द बोलते रमेश बिंद

 

देवराज मिश्र … ✍
राष्ट्रीय कवि/वरिष्ठ पत्रकार/स्तम्भकार
भ्रमणध्वनि – +९१ ९८१९ ४५९ ४४८

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