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वाराणसी निर्माणाधीन ओवरब्रिज के दो स्लैब गिरने से कई वाहन दबे, एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत

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– निर्माणाधीन पुल के नीचे चालू था ट्रैफिक
– प्रशासन की लापरवाही से हुआ हादसा
– सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतक के परिजनों को 5 लाख व घायलों को 2 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की

वाराणसी मंगलवार को कैंट स्टेशन के सामने निर्माणाधीन फ्लाईओवर के दो स्लैब गिरने से कई वाहन दब गये और एक दर्जन से अधिक लोगों की मौत हो गयी। इस दर्दनाक हादसे के बाद अफरा तफरी का माहौल हो गया है। घटना के बाद चारों तरफ चीख पुकार मच गयी। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतकों को 5 व घायलों को दो लाख रूपये मुआवजा देने की घोषणा की है। वहीं पीएम नरेन्द्र मोदी और सीएम योगी ने घटना पर संवेदना व्यक्त की है।

घटना के बाद बचाव कार्य में लगे आम नागरिक

जानकारी के अनुसार स्लैब दो दिन पहले ही पुल पर रखे गए थे, उनको जोड़ने का काम चल रहा था। उपर मजदूर काम कर रहे थे और नीचे से ट्रैफिक गुजरता रहा। प्रशासन ने ट्रैफिक नहीं रोका। यहीं लापरवाही आम लोगों पर भारी पड़ी। 10 फीट चौड़े दो स्लैब भरभराकर गिर पड़े। इसकी चपेट में एक मिनी बस और चार कारों समेत कई गाड़ियां और लोग आ गए। जहां हादसा हुआ, वह बनारस का सबसे व्यस्त इलाका है। यह कैंट स्टेशन 100 मीटर दूरी पर स्थित है। चश्मीदीदों के मुताबिक, करीब 6 कारें और एक बस भी मलबे में दबी हुई है। हालांकि, अभी तक प्रशासन ने किसी मौत की पुष्टि नहीं की है। किन्तु एक दर्जन से अधिक लोगों के मरने की आशंका जतायी जा रही है।
बता दें कि वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र है और सिगरा थाना क्षेत्र के लहरतारा इलाके में इस फ्लाईओवर निर्माण का काम 2016 में शुरू हुआ था। उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे में हुई मौतों पर दुख जताया है। उनके अनुसार सीएम आदित्यनाथ ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और मंत्री नीलकंठ तिवारी को वाराणसी रवाना होने के निर्देश दिए। साथ ही राहत और बचाव काम में किसी भी प्रकार की हीलाहवाली न होने देने की बात कही है। साथ ही मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने दोषियों को 48 घंटे के भीतर चिह्नित करने का निर्देश दिया है।

हादसे की जानकारी मिलते ही मौके पर आला अधिकारी पहुंच गए। राहत-बचाव कार्य शुरू हो गया है। मौके पर मौजूद लोग भी राहत कार्य में साथ दे रहे हैं। साथ ही एनडीआरएफ की पांच टीमें घटनास्थल के लिए रवाना हो गईं हैं। हर टीम में 50 जवान हैं। हादसे के बाद भीड़ ने हंगामा शुरू कर दिया, इस कारण पुलिस को हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा।

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1992 से सक्रिय पत्रकारिता से जुड़े पत्रकार, साहित्यकार व स्तंभकार हरीश सिंह हिन्दी पाक्षिक 'भदोही एक्सप्रेस', दैनिक जागरण, हिन्दुस्तान, दैनिक आज, पायनियर से जुड़ कर अपनी सेवा दे चुके हैं। मौजूदा समय में हिन्दी मासिक पत्रिका 'ह्यूमन टुडे' हिन्दी साप्ताहिक 'न्यू कान्तिदूत टाइम्स, 'न्यूज पोर्टल 'हमार पूर्वांचल' में संपादक पद पर कार्यरत हैं। साथ ही ह्यूमन एजूकेशन डेवलपमेन्ट वेलफेयर ट्रस्ट व पूर्वांचल वेलफेयर एसोसिएशन में संयोजक पद पर रहकर समाजसेवा में अग्रणी योगदान दे रहे हैं।

1 COMMENT

  1. आशा करते है प्रशासन इस मामले की जानकारी ले।कार्यवाही करेगी भृस्ट अधिकारियों के खिलाफ !

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