पूर्वांचल के मशहूर गायक राजेश परदेशी ने दिल्ली छठ महोत्सव में प्रयागराज की सोनी के साथ बिखेरा जलवा
नई दिल्ली। विभिन्न पर्वों पर होने वाले गीत संगीत के कार्यक्रमों में गायक अपनी कला से लोगों का मनोरंजन करते ही हैं किन्तु पूर्वांचल के मशहूर लोक गायक राजेश परदेशी श्रोताओं का मनांरजन करने के साथ अपने गीतों से सामाजिक जागरूकता का संदेश भी देते हैं। ऐसा ही देखा गया दिल्ली में आयोजित छठ महोत्सव में जब परदेशी ने अपने गीतों के माध्यम से मौजूद श्रोताओं को जागरूकता का संदेश दिया। महोत्सव में पेड़ धरा का गहना है, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और यातायात में सावधानियां बरतने को लेकर अपने गीतों के माध्यम से संदेश दिये। जिसे सुनकर लोग परदेशी की तारीफ करने से खुद को नहीं रोक पाये।
बता दें कि आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर दिल्ली सरकार ने कोरोना प्रोटोकॉल के तहत बड़े ही लिमिट तरीके सिर्फ 500 लोगो के साथ मनाने का परमिशन दिया था। किन्तु डीडीए पार्क नरेला में आयोजित छठ महोत्सव में पूर्वांचल के मशहूर भोजपुरी गायक राजेश परदेशी तथा प्रयागराज की उदीयमान गायिका सोनी द्विवेदी की युगल जोड़ी को देखने व सुनने के लिए इस प्रकार से जनसैलाब उमड़ा की पंडाल छोटा पड़ गया। मुख्य अतिथि पूर्व सांसद महामल मिश्रा ने कहा छठ पूजा हम सभी यू0पी0 विहार के लोगों के आस्था का महापर्व है। हम लोग तो लिमिटेड तरीके से ही सरकार द्वारा जारी परमिशन के तहत ही मना रहे थे, पर माता के भक्त हजारो हजार के संख्या में माता के घाट पर अपने चहेते कलाकार परदेशी को देखने व सुनने उमड़ पड़े तो हम क्या कर सकते हैं। परदेशी ने दिल्ली के प्रदूषण पर वार करते हुए गीतों से वृक्षारोपण करने का संदेश अपने गीत ‘पेड़ धरा का गहना है पेड़ लगाते रहना है’ गाकर दिया।
इस दौरान परदेशी ने मीडिया से बात करते हुये बताया कि लगातार काटे जा रहे पेड़ों के कारण पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है। कहा कि लोगों को जागरूक होना चाहिये और पेड़ लगाना चाहिये। जिनके पास शहरों में जमीन नहीं है, उन्हें चाहिये अपने छत या बालकनी पर गमले में पौधे लगायें। धरा तभी सुरक्षित रहेगी जब पेड़ पौधे होंगे। बिना पेड़ों के हम जीवन की कल्पना नहीं कर सकते हैं। कार्यक्रम के आयोजक विनित जी ने अतिथियों का मोमेंटो देकर स्वागत किया। इस दौरान परदेशी को सुनने के लिये हजारों की संख्या में लोग डटे रहे।