भदोही-इन दिनों राशन कार्ड धारक काफी परेशानी में नजर आ रहे हैं। राशन कार्ड धारक कोटेदारों के यहाँ भी परेशान दिखते हैं और खाद्य विभाग के चौकठ पर भी मत्था टेकते दिख रहे हैं। जी हाँ जनपद में हजारों राशन कार्ड धारकों के सूची में से उनके परिवार के सदस्यों का नाम किसी कारणवश काट दिया गया है। जिससे यूनिट संख्या कम हो जाने के कारण कार्ड धारकों को राशन कम मिल रहा है।
कोटेदार के यहाँ पहुँचने पर उन्हें यूनिट कम होने की जानकारी मिल रही है। कोटेदार भी नियमों का हवाला देते हुए राशन देने से मना कर दे रहे हैं। खाद्य विभाग के एक बाबू के मुताबिक नियम ये भी है यूनिट कटने के बाद जब फिर से जुड़ता भी है तो भी राशन तीन महीने के बाद ही दिए जाने का नियम है। इस वजह से राशनकार्ड धारक के साथ-साथ कोटेदार भी परेशान नजर आते हैं। यहाँ तक कि कोटेदारों और कार्ड धारकों के बीच बहस का भी नजारा देखने को मिल जाता है।
खाद्य विभाग में भी काटे गए सदस्यों का नाम फिर से जोड़ने के लिए हजारों आवेदन पड़े हुए हैं। लेकिन उन आवेदनों पर कार्यवाही कुछ पर ही हो रही है। जिन पर कार्यवाही हो भी रही है उसमें भी एक महीने से ज्यादा का समय लग जा रहा है। जनपद के तहसीलों के खाद्य विभाग कार्यालय में भी सर्वर की धीमी गति का हवाला दिया जाता है।
खाद्य विभाग में नाम कटने का कारण पूछने पर पता चला कि आधार कार्ड और राशन कार्ड के ब्यौरे में अंतर होने की वजह से परिवार के मुखिया अथवा सदस्यों का नाम कट जा रहा है। ये कहानी किसी एक की नहीं है ये जनपद के हजारों राशन कार्ड धारकों की है। खैर, कारण जो भी हो लेकिन राशन कार्ड धारकों को या कोटेदारों को इस तरह की परेशानी न झेलना पड़े इसके लिए जिला प्रशासन को सार्थक कदम उठाने की जरूरत है। जिससे जल्द से जल्द राशन कार्डों में आने वाली इस तरह की सभी परेशानियाँ दूर हों।