Home आजमगढ़ पुरानी ईंटों से हो रहे सौंदर्यीकरण व निर्माण कार्य से जनता आक्रोशित

पुरानी ईंटों से हो रहे सौंदर्यीकरण व निर्माण कार्य से जनता आक्रोशित

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आजमगढ़। दुनिया के महान यायावर व विश्व प्रसिद्ध विद्वान महा पंडित राहुल सांकृत्यायन के पैतृक गांव कनैला के समीप स्थित चक्रपानपुर चौराहे का इन दिनों चौड़ीकरण व सुंदरीकरण का कार्य चल रहा है। स्थानीय जनता में यह चर्चा आम है कि उक्त चौराहे के चौड़ीकरण व सुंदरीकरण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा उक्त कार्य के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराई गई है। इसके बावजूद ठेकेदार व विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से गुणवत्ताविहीन एवं लापरवाहीपूर्ण तरीके से कार्य ही नहीं करवाया जा रहा है। बल्कि हद तो तब हो गई जब महापंडित की प्रतिमा को स्थापित करने के लिए बन रहे फाउंडेशन को पुरानी मिट्टी लगी ईंट से होने लगी जिसे लेकर ग्रामीणों एवं क्षेत्रवासियों में काफी आक्रोश व्याप्त है। विभागीय अधिकारियों एवं ठेकेदार द्वारा आपसी मिलीभगत से जानबूझकर मानकों की अनदेखी की जा रही है।


ज्ञात हो कि लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व 18/ 19 अगस्त 2018 की आधी रात को अज्ञात ट्रक के धक्के से चौराहे पर स्थित महापंडित राहुल सांकृत्यायन की प्रतिमा तथा चबूतरा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। जिसे लेकर उस समय आक्रोशित क्षेत्रवासियों ने चौराहे पर धरना-प्रदर्शन किया था। तब जिलाप्रशासन व लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा यथाशीघ्र चौराहे का चौड़ीकरण, सुंदरीकरण करके महापंडित की एक भव्य प्रतिमा स्थापित किये जाने के आश्वासन के बाद लोगों ने धरना छोड़ा था। इसके बाद लोकनिर्माण विभाग आज़मगढ़ क्षेत्र के मुख्य अभियंता ने चक्रपानपुर चौराहे के चौड़ीकरण एवं सुंदरीकरण हेतु लगभग 65.68 लाख रुपये का आगणन मुख्य अभियंता, लोकनिर्माण विभाग लखनऊ को अपने पत्र दिनांक 23 अक्टूबर 2018 के द्वारा भेजा। जिसे महापंडित राहुल सांकृत्यायन के वंशज व उनके नाम पर संचालित बालिका इण्टर कालेज के संस्थापक व समाजसेवी मदन मोहन पाण्डेय ने आज़मगढ़ से लखनऊ तक पैरवी करके पास करवाया। परिणामस्वरूप विभाग द्वारा मांगा गया पूरा बजट विगत मार्च माह में ही पास होकर आज़मगढ़ आ गया।

इसके काफी दिन बाद तक जब काम शुरु नहीं हुआ तो पुनः उन्होंने विभागीय अधिकारियों से सम्पर्क कर राहुल सांकृत्यायन की जयंती 09 अप्रैल से पहले काम पूरा कराने का आग्रह किया तो गत जनवरी माह से काम प्रारम्भ हुआ। लेकिन ठेकेदारों द्वारा जिस मनमाने तरीके से गुणवत्ताविहीन व लापरवाहीपूर्ण ढंग से कार्य करवाया जा रहा है। उसे लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है और लोगों का मानना है कि जब प्रदेश सरकार ने इस कार्य के लिए दोगुने से ज्यादा पैसा उपलब्ध करा दिया है, तब हमलोग इस तरह की लापरवाही किसी को भी नहीं करने देंगे। जिसे लेकर मदन मोहन पाण्डेय ने 06 फरवरी को अधिशासी अभियंता, निर्माण खण्ड-5 को शिकायती पत्र भी लिखा है।

बावजूद इसके हद तो तब हो गई जब ठेकेदार एवं विभागीय अधिकारियों ने आपसी मिलीभगत से मानकों की अनदेखी करते हुए महापंडित की प्रतिमा की स्थापना के लिए बनाने वाले फाउंडेशन (चबूतरे) की चुनाई पुरानी मिट्टी लगी ईंटों से करवाने लगे, जिसे लेकर स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश व्याप्त है। क्षेत्रीय प्रबुद्धजनों एवं ग्रामीणों की मांग है कि चक्रपानपुर चौराहे का चौड़ीकरण, सुंदरीकरण व महापंडित की भव्य प्रतिमा स्थापित करने के कार्य में किसी भी प्रकार का भ्रष्टाचार नहीं होना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि उक्त अनियमितता की लिखित शिकायत लोकनिर्माण विभाग के सभी उच्चाधिकारियों को प्रेषित की जा चुकी है। इसलिए मंडलायुक्त महोदया, जिलाधिकारी आज़मगढ़ एवं लोकनिर्माण विभाग के उच्चाधिकारी उक्त प्रकरण को गंभीरतापूर्वक संज्ञान में लेते हुए दोषियों के विरुद्ध न्यायोचित कार्यवाही करें, अन्यथा ग्रामीण धरना-प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।


महापंडित राहुल सांकृत्यायन एक विश्वविख्यात विद्वान हैं। समय-समय पर देश-विदेश के लोग उनके उनके गांव आते रहते हैं। उनके जन्मदिन 09 अप्रैल के विशेष अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में भाग लेने देश के बड़े विद्वान व उच्चाधिकारी भी आते हैं। ऐसे में मानव मुक्ति के अप्रतिम योद्धा के नाम पर किस भी प्रकार के भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
-मदन मोहन पाण्डेय
शिकायतकर्ता


सरकार द्वारा स्वीकृत पैसे का पूरा सदुपयोग होना चाहिए। निर्माण कार्य की गुणवत्ता के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं होगा। किसी भी स्तर पर भ्रष्टाचार है, तो उसकी किसी निष्पक्ष एजेंसी से जाँच करवा कर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाय।
-विनोद पाण्डेय
राहुल जी के पौत्र, कनैला


सरकार की मंशा के अनुरूप विकास कार्य होना चाहिए। संबंधित विभाग के अधिकारी निर्माण कार्य की निगरानी खुद करें।
-डॉ. दिनकर राय
वरिष्ठ चिकित्सक व समाजसेवी


यदि चक्रपानपुर चौराहे के निर्माण में लापरवाही हुई तो भविष्य में फिर धरना-प्रदर्शन व आन्दोलन होगा। इसलिए खुद भाजपा के नेताओं को ‘न खायेंगे और न खाने देंगे’ के तर्ज पर विकास कार्यों की निगरानी करनी चाहिए।
-हंसराज पेरियार
दलित नेता, चक्रपानपुर।


हमसब को इस बात का गर्व है कि राहुल सांकृत्यायन हमारे पूर्वज हैं, यदि उनके नाम पर बन रहे चौराहे के निर्माण में कुछ भ्रष्टाचार हुआ तो उसकी उच्चस्तरीय जांच होगी और भ्रष्टाचारी को खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
-सत्यप्रकाश पाण्डेय
भाजपा नेता व समाजसेवी, चक्रपानपुर।

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