तमिलनाडु (मदुरई)। स्वदेशी मॉडल विकास, ई-कामर्स, आर्थिक सुरक्षा, संगठन को ग्रामीण स्तर तक मजबूत करने के संकल्प के साथ आज स्वदेशी जागरण मंच के 13वें राष्ट्रिय सम्मेलन का समापन हुवा।
आज सम्मेलन के आखिरी दिन पड़ोसी देश चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं बर्मा से होने वाले व्यापार पर देश की GDP पर कितना प्रभाव पडेगा इस पर भी प्रस्ताव सभी स्वदेशी प्रतिनिधि के समक्ष रखा गया । तत्पश्चात स्वदेशी मॉडल विकास, ई-कामर्स, आर्थिक सुरक्षा, संगठन को ग्रामीण स्तर तक मजबूत करने के प्रस्ताव को स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय सम्मेलन में आए हुए सभी स्वदेशी प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मत से मंजूरी दी।
इसके पहले सम्मेलन के प्रथम दिन 18 जनवरी को श्री श्री रवि शंकर जी महराज (आर्ट आफ लिविंग) ने स्वदेशी जागरण मंच के 13वें राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया और अपने सम्बोधन में कहा कि “देश में स्वस्थ्य एवं आर्थिक मजबूती के लिए योग के साथ साथ स्वदेशी वस्तुओं को आगे लाना होगा। इसलिए मैं स्वयं योग के साथ-साथ लघु उद्योग को बढ़ाने के लिए कारोबार शुरु किया हुवा है।”
स्वदेशी जागरण मंच के इस 13वें राष्ट्रीय सम्मेलन मदुरई तमिलनाडु में कश्मीर से कन्याकुमारी एवं गुजरात से मेघालय तक के स्वदेशी प्रतिनिधि उपस्थित हुए। इस कार्यक्रम में पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रांत के अन्तर्गत काशी विभाग, प्रयाग विभाग, बलिया विभाग कानपुर विभाग एवं गोरखपुर विभाग से सैकड़ों की संख्या में पदाधिकारी उपस्थित हुए।
प्रथम दिन उद्घाटन सम्बोधन में मननीय अतिथिगण के उद्बोधन ऐसे थे:-
कश्मीरी लाल जी (राष्ट्रीय संगठन मंत्री) ने कहा कि स्वदेशी मेरा खाना-पिना एवं सोना है।
अरुण ओझा जी (राष्ट्रीय संयोजक) ने कहा कि देश के विकास का अड़चन देश के कुछ गद्दारों के कारण कुछ सिमित हाथों में चला गया हैं।
सतीश जी (उत्तर क्षेत्र संगठन मंत्री) ने कहा कि स्वदेशी का संगठन प्रत्येक गाँव स्तर पर हो आए हुए प्रतिनिधि इस पर ज्यादा से ज्यादा ध्यान दें।
अजय उपाध्याय जी (क्षेत्रीय संगठन मंत्री उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड) ने राष्ट्रीय सम्मेलन में काशी विभाग द्वारा किए गये कार्य स्वदेशी संकल्प यात्रा, तब खादी अब खाद, बाबू गेनू जन्मशताब्दी, दत्तोपंत ठेगडी जन्मशताब्दी एवं प्रत्येक जिला में जिला सम्मेलन में किए गये कार्यों की समीक्षा दी।
श्री कमलजीत जी द्वे (प्रांत संगठन मंत्री) की तरफ से दिल्ली हरियाणा में स्वदेशी गतिविधियों की जानकारी दी गई।
डॉ॰ सर्वेश पांडेय (क्षेत्रीय सह संयोजक) ने बलिया एवं गोरखपुर विभाग में किए गये कार्यो का विवरण दिया।
आनन्द कुमार शुक्ल (विभाग संयोजक काशी प्रांत) ने स्वदेशी की सभी ईकाई पर किए गये कार्य जैसे स्वदेशी संकल्प यात्रा, तब खादी अब खाद, बाबू गेनू जन्मशताब्दी, दत्तोपंत ठेगडी जन्मशताब्दी एवं प्रत्येक जिला में जिला सम्मेलन की समीक्षा रिपोर्ट प्रस्तुत की।
मुकेश सिंह (प्रयाग विभाग संयोजक) ने स्वदेशी सम्मेलन एवं वर्तमान कुंभ मे व्यवस्था की जानकारियाँ दी और आए हुए प्रतिनिधियों को दिव्य कुम्भ में आने के लिए निमंत्रित भी किया।
दूसरे दिन स्वदेशी जागरण मंच द्वारा मदुरई जिला के मदुरई शहर में स्वदेशी जन-जागरण यात्रा निकाली गई और डिग्री कॉलेज मदुरई में जनसभा का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में तमिलनाडु व केरल के वरिष्ठ पत्रकार रंगराज पांडेय जी ने स्वदेशी भाव को तमिल, तेलगू एवं भोजपुरी में बताया कि पिछले 27 वर्षों से स्वदेशी जागरण मंच के कारण ही देश के लघु उद्योग एवं छोटे-छोटे व्यापारियों को लाभ होना शुरु हुआ है। आज तमिलनाडु में अनेक हिन्दू मंदिर हैं जिसमें माता के पुजन हो या रामेश्वरम् में प्रसाद चढ़ाना हो कहीं न कहीं हमारे पूजा सामाग्री में विदेशी झलक मिलती हैं। जिसे हम सभी को मिलकर ठीक करना होगा।
आदिशेसन जी (संगठन मंत्री तमिलनाडु) ने कहा कि आने वाले कुछ समय में तमिलनाडु व केरल राज्य से विदेशी वस्तुओं को बहिष्कृत करने का काम तेजी के साथ किया जाएगा।