रौनक ए वज्म के तत्वावधान में कवियों की सजी महफ़िल

मुंबई । 'रौनक़-ए-बज़्म' मुम्बई के तत्वाधान में दोस्तों की चौपाल का 'जीवन सौरभ' मलाड पश्चिम मुम्बई में आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता मुम्बई के...

भारतीय नस्ल की गाय: इस 15 गुणों की वजह से मिली मां की उपाधि

भारतीय संस्कृति में गाय का बहुत महत्व है। गाय को मां का दर्जा दिया गया है। यह दर्जा किसी विदेशी नस्ल की गाय को...

बस मेरा इतना सा कसूर, जो जन्मी बनकर के बेटी।

      बर्बरता के इस तांडव को, सुनकर क्यों खून नहीं खौला। है पूँछ रही मासूम अभीतक, क्यों न किसी ने मुह खोला।। बस मेरा इतना सा कसूर, जो...

“माँ” लघुकथा – वंदना श्रीवास्तव

मेरी गृहकार्य सहायिका सुमन बाई काम समाप्त करके थोड़ा सुस्ता रही थी। उसका पीला पड़ा काँति हीन चेहरा और उदास-निराश भाव भीतर तक मुझे...

डर और अभिव्यक्ति – अजय शुक्ला बनारसी

लघुकथा: आज खटमलों के राजमहल के दरबार में बड़ी भीड़ लगी हुई थी, मुद्दा गम्भीर भी था आखिर उनका अस्तित्व खतरे में दिखाई दे रहा...

जनरल बीट की रिपोर्टिंग’ पर व्याख्यान

मुंबई, सं. मुंबई विश्वविद्यायल के हिंदी पत्रकारिता के छात्रों द्वारा 'जनरल बीट की रिपोर्टिंग' विषय पर व्याखान का आयोजन किया गया था. इस कार्यक्रम...

छत्तीसगढ की साहित्यक यात्रा -अलका पाण्डेय

संस्मरण - अलका पांडे गीतांजलि एक्सप्रेस से हमारी दुर्गे के लिए टिकट बुकिंग हुई थी लेकिन वेटिंग लिस्ट में वेट करते रह गई, उसके बाद...

जौनपुर के मजगवॉ कला में कवियों की सजी महफ़िल

जौनपुर (उ•प्र•) राष्ट्रीय साहित्यिक सामाजिक व सांस्कृतिक संस्‍था काव्‍यसृजन उत्तर प्रदेश इकाई की मासिक काव्‍यगोष्‍ठी, इकाई के अध्यक्ष विनय अकेला जी के निवास स्थान मजगवॉकला...

भारत की साहित्य परम्परा पर संगोष्ठी व सजी कवियों की महफ़िल

ठाणे भारतीय जन भाषा प्रचार समिति ठाणे (बहुभाषी काव्य गोष्ठी) एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद के संयुक्त तत्वावधान में मुन्ना विष्ट कार्यालय सिडको बस स्टॉप...

अपनी इच्छा के बलबूते जितना चाहूं जीना है मुझे

कर पर्वत को टुकड़े-टुकड़े, सागर को भी पीना है मुझे।। अपनी ईक्षा के बलबूते जितना चाहूं जीना है मुझे।। जीवन हो भले चार दिन का...