खंडासा, फैज़ाबाद
खंडासा थाना क्षेत्र अन्तर्गत ग्रामसभा कोटिया में नृशंसता की हदें पार करते हुये जिस गोवंश के पैर काटे गये थे वह पीड़ित गोवंश अंततः ज़िन्दगी की जंग हार गया। पशु चिकित्सकों के लाख प्रयास करने के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका। गौरतलब है कि विगत ३१ अक्टूबर को देर शाम कोटिया गांव में फसल चरने के कारण गोवंश के चारों पैर कुल्हाड़ी से काट दिए गये थे, इस घटना के बाद ग्राम-प्रधान प्रतिनिधि अमरबहादुर सिंह पुत्र वीरेंद्रबहादुर सिंह की तहरीर पर २ लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया था और घायल गोवंश को रामपुर गौहनिया स्थित गौशाला में रखा गया था जहां चिकित्सकों द्वारा उसका इलाज चल रहा था, आज सुबह ०५:०० बजे घायल गोवंश ने दम तोड़ दिया। ग्राम प्रधान रामपुर गौहनिया गुरुदीन रावत ने बताया कि घायल गोवंश ने यहाँ आने के बाद से कुछ भी नहीं खाया था और उसकी हालत नाजुक बनी हुई थी।
थानाध्यक्ष खंडासा अवनीशकुमार चौहान ने बताया कि गोवंश की मौत का समाचार प्राप्त हुआ है, पोस्टमार्टम करवाने के बाद आरोपी लोगों के खिलाफ धाराएं बढ़ाई जायेंगी, दोनों आरोपियों को पुनः गिरफ्तार कर लिया गया है। इस घटना में कोटिया गांव के ही मोबीन व उनके साथी साहबलाल पर मुकदमा पंजीकृत किया गया था, और कल ही एसपी ग्रामीण के पीआरओ द्वारा मामले की जांच की गयी थी और वे घायल गोवंश को देखने गौशाला गये थे, इससे पूर्व थानाध्यक्ष खण्डासा और वादी मुकदमा बराबर घायल गोवंश की हालत पर नजर रख रहे थे और स्वयं गौशाला जाकर गोवंश की देखभाल कर रहे थे। मृत गोवंश का दो चिकित्सकों के पैनल द्वारा पीएम कराया गया, हालांकि कमजोर धारा में मुकदमा पंजीकृत होने से दोनों आरोपियों को उसी दिन जमानत मिल गयी थी, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के रीडर नवनीत यादव को दिये बयान में दर्जनों ग्रामीणों ने थानाध्यक्ष पर आरोप लगाया है कि कमजोर धारा में मुकदमा पंजीकृत कर आरोपी को बचाने का कार्य किया गया है। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण के रीडर नवनीत यादव ने बताया कि जाँच करके रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक ग्रामीण को दी जायेगी तथा आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करायी जायेगी ।