मिल्कीपुर, फैजाबाद थाना क्षेत्र इनायत नगर अन्तर्गत मिल्कीपुर बाजार के निवासी मिल्कीपुर के आडवाणी कहे जाने वाले विचाराधीन कैदी राधेश्याम कौशल ६० वर्ष की लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल में इलाज के दौरान २२ सितम्बर को सायं ०८:०० बजे मौत हो गई । राधेश्याम कौशल उर्फ आडवाणी के ऊपर कुमारगंज थाने की पुलिस ने एनडीपीएस आर्म्स एक्ट समेत कई अन्य गम्भीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर पिछले माह की २४ अगस्त को गिरफ्तार करके मण्डल कारागार भेज दिया था । बाद में २९ अगस्त को गम्भीर बीमारियों के चलते अस्वस्थ होने पर जिला फैज़ाबाद में भर्ती करवाया, जिला अस्पताल प्रशासन ने स्थिति गम्भीर देखते हुए केजीएमयू लखनऊ के लिए रेफर कर दिया था, जहाँ आख़िर में तथाकथित आडवाणी ज़िन्दगी की जंग हार गया । मृतक राधेश्याम की पत्नी लक्ष्मी ने फैजाबाद जेल प्रशासन एवं पुलिसकर्मियों पर उक्त के इलाज में लापरवाही के साथ अन्य गम्भीर आरोप लगाते हुये जिलाधिकारी फैजाबाद सहित शासन प्रशासन के अन्य उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर न्याय की मांग की है । जिलाधिकारी फैजाबाद को भेजे गए पत्र में लक्ष्मी ने कहा है कि जेल पुलिस के लापरवाही पूर्ण रवैये के कारण उसके पति की २२ सितम्बर की सायं मौत हो गयी, जिसके बाद साथ में गये सिपाहियों द्वारा दवा की रसीद तथा इलाज में लगे पैसों का हिसाब मांगने पर रसीद ना देने पर उसके साथ गाली-गलौज व अभद्रता की गयी तथा उसके साथ गये उसके १९ वर्षीय पुत्र रोहित कौशल को सिपाहियों ने कोतवाली चौक पुलिस लखनऊ के सुपुर्द कर दिया जहाँ उसे अब तक बिठा कर रखा गया है, महिला का कहना है कि अब तक उसे अपने पति की लाश प्राप्त नहीं हुई है जबकि जेल प्रशासन के अनुसार मृतक राधे श्याम कौशल कई गम्भीर बीमारियों से ग्रस्त था और उसकी किडनी भी खराब हो चुकी थी जबकि परिजन इस बात को नहीं मान रहे हैं, मृतक के तीन बच्चे हैं और वह मिल्कीपुर बाजार में पान की गुमटी पर पान बेंचकर अपने परिवार का भरण पोषण करता था । जो भी हो उक्त घटना को लेकर क्षेत्र में कई तरह की चर्चाओं का माहौल गर्म है ।