धार्मिक नगरी फैजाबाद में गोमांस के कारोबार का बड़ा खुलाशा हुआ है। पुलिस ने छापेमारी करके दो कुन्तल गोमांस के साथ एक महिला सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि सात आरोपी फरार हो गये हैं।
जानकारी के अनुसार मवई क्षेत्र में गोवध मामले में चर्चित गांव नेवरा में एक बार फिर गोवध के अबैध कारोबार का भंडाफोड़ हुआ है। यहां चोरी छिपे अक्सर गोवध का अबैध कारोबार होता रहा। जिसकी भनक नवागत थानाध्यक्ष रिकेश सिंह को लगते ही उन्होंने उन्होंने थाने के उपनिरीक्षक सर्वेन्द्र यादव व एसआई यूटी विनय सिंह की अगुवाई में मुखविरों का जाल विछाया था और मंगलवार की रात्रि अचानक मुखविर की सटीक सूचना पर थानाध्यक्ष रिकेश सिंह के निर्देशन में नेवरा गांव में छापेमारी करने गई पुलिस टीम ने ये सफलता अर्जित कर ली।थानाध्यक्ष रिकेश सिंह ने बताया कि मामले में आठ नामजद तीन अज्ञात के विरुद्ध गोवध निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया है। एक महिला सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। फरार सात आरोपितों की तलाश जारी है।
जानकारी के मुताविक थानाध्यक्ष रिकेश सिंह ने मवई थाने की कमान संभालने के बाद रविवार को ही सभी उपनिरीक्षकों व बीट सिपाहियों की एक बैठक कर क्षेत्र में चोरी छिपे हो रही आपराधिक घटनाओं पर बिंदुवार जानकारी ली। तत्पश्चात थाना क्षेत्र के हल्का नंबर एक के प्रभारी सर्वेन्द्र यादव व दो के प्रभारी प्रेमशंकर पाण्डेय सहित एसआई यूटी विनय सिंह अनूप सिंह कन्हैयालाल को गोवध जैसे अबैध कारोबार में लिप्त लोगों को चिन्हित करने का सख्त निर्देश दिया था। मवई पुलिस ने गोवध के अबैध कारोबार को लेकर पूरे क्षेत्र में मुखविर सक्रिय करने के साथ टीम भी सक्रिय हुई और मंगलवार की रात्रि अचानक मुखविर द्वारा थानाध्यक्ष को मवई व नेवरा गांव में गोकशी की सूचना दी गई।थानाध्यक्ष ने एसआई सर्वेंद्र यादव की अगुवाई में एसआई प्रेम शंकर पाण्डेय विनय सिंह अनूप सिंह कन्हैया लाल कांस्टेबल अशोक कुमार अब्दुल हामिद को छापेमारी हेतु रवाना किया।टीम नेवरा गांव में मुखविर द्वारा बताये गए इम्तियाज के घर छपेमारी की।छापेमारी के दौरान घर के अंदर पहले दाखिल हुए एसआई कन्हैया लाल को गोवधिक घेर लिये तभी अचानक पूरी टीम ने लोगों को दबोचना शुरू किया।तभी रात्रि का फायदा उठाते हुए कई गोवधिक दीवार फांदकर भागने में सफल रहे।
पुलिस की छापेमारी घर के अंदर सजी दुकान हुई बरामद
बुधवार की भोर नेवरा गांव निवासी इम्तियाज के घर पुलिस ने लगभग चार बजे छापेमारी की।छापेमारी के दौरान घर के अंदर का नजारा देख पुलिसकर्मी दंग रह गए। क्योंकि इम्तियाज के घर के अंदर पूरी दुकान लगी थी। गोमांस को टुकड़े में करने तौलने पन्नी में भरने में लगभग ग्यारह लोग लगे थे। पुलिस की माने तो इस घर मे अलग अलग गांवो के लोग आकर मांस को काटकर अपने गांवो में ले जाते है।और फिर मांस को अपने घरों से सप्लाई करते है। उपनिरीक्षक सर्वेन्द्र यादव ने बताया छपेमारी के दौरान इम्तियाज पुत्र मेराज निवासी नेवरा,अफलाक पुत्र सलीम निवासी मवई,सलीम पुत्र असफाक निवासी नरौली,फातिमा पत्नी सफीक निवासी मवई को गिरफ्तार किया गया।जबकि मोनू पुत्र खालिद,अफसर पुत्र अजीम,शकील पुत्र मेराज,सोनू पुत्र बबलू तीन अन्य फरार है। नेवरा निवासी इम्तियाज के घर से दो क्विंटल गोमांस के अलावा दो चाकू,एक कुल्हाङी,एक कैची,दो चापड़,एक तराजू एक बांट एक ठीहा के अलावा तीन मोटरसाइकिल भी बरामद हुआ है।
मेरा पति है निर्दोष,उसने कभी भी नही किया ये घिनौना काम
गोवध के मामले में पुलिस ने मवई थाना क्षेत्र के नरौली गांव निवासी सलीम पुत्र असफाक को गिरफ्तार कर उसे भी गोवध निवारण में जेल भेजा है। पुलिस का दावा है कि सलीम भी नेवरा गांव में हुए गोवध के अबैध कारोबार में लिप्त था। जबकि थाने के बाहर उसकी बीमार पत्नी अहमदी बानो रो रोकर लोगों से अपने पति के वेगुनाही का सुबूत देती। पर कोई सुनने वाला नहीं है। अहमदी का कहना है कि उसका आज ऑपरेशन होना था। पति घर आया था खाना व पैसा लेने और रात में पुलिस उसे घर से ले आई।