अयोध्या। राममंदिर का भूमि पूजन होने के बाद साइबर सेल की जिम्मेदारी और बढ़ गई है। साइबर ठगी करने वालों पर नकेल कसने वाली पुलिस की इस विग ने सोशल साइट्स की निगरानी को बढ़ा दिया है। अयोध्या मुद्दे को लेकर सुप्रीम फैसला आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर कुछ शरारती तत्व ऊटपटांग बयानबाजी कर समाज में नफरत फैलाने का कुचक्र रचते रहे हैं, लेकिन भूमि पूजन की तारीख तय होने के बाद सोशल मीडिया पर देश व प्रदेश के शीर्षस्थ नेताओं को लक्ष्य बनाकर आपत्तिजनक टिप्पणियां बढ़ने लगी हैं। बीते एक माह के भीतर पुलिस की साइबर सेल ने 200 से अधिक भड़काऊ पोस्ट को हटवाया है।
सोमवार को मवई में हुई फैसल खान की गिरफ्तारी इसी विग की सक्रियता का परिणाम है। इस संबंध में मुकदमा मवई में दर्ज कराया गया था। फैसल ने राममंदिर के भूमि पूजन को लेकर सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी। छानबीन में यह भी सामने आया है कि आरोपी इससे पहले भी धार्मिक भावनाएं भड़काने का प्रयास सोशल मीडिया के जरिये करता रहा है। साइबर संसार से जुड़े जानकार बताते हैं कि बहुत से लोग समझाने पर पोस्ट हटा देते हैं, जो लोग हठ करते हैं उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाता है।