संतों ने सीएम योगी से की मांग, लुप्त हुए कुंडों का भी हो विकास
अयोध्या। राम नगरी अयोध्या को सवारने को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार के साथ अयोध्या नगर निगम के द्वारा धार्मिक नगरी के आस्तित्व को बचाने के लिए कई योजनाओं के तहत खाका तैयार किया है। जिसके लिए 60 करोड रुपए अवमुक्त भी कर दिया गया है। लेकिन भू माफियाओं ने कई कुंडों के अस्तित्व को ही समाप्त कर दिया है जिसको लेकर अब अयोध्या के संत इन कुंडों के जीर्णोद्धार की मांग कर रहे हैं।
अयोध्या को विश्व पटल पर पहुचाने के लिए देश के प्रधानमंत्री व उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री द्वारा अयोध्या में कई योजनाओ की घोषणा भी कर चुके है जिसमे अंतरराष्ट्रीय रेलवे स्टेशन, राम कथा संकुल, माडल बस अड्डा जैस कई योजना शामिल है। वही अयोध्या के अस्तित्व में कई प्राचीन कुंडों को भी सजाने संवारने का कार्य करने की योजना उत्तर प्रदेश सरकार ने बनाई है। जिसके तहत प्राचीन कुंडों का विस्तार और सुंदरीकरण का कार्य किया जाएगा। लेकिन आज अयोध्या की ऐतिहासिक धरोहर की पहचान करने वाले कुंड भू माफियाओंं की भेंट चढ़ गई है। जिसको लेकर अब अयोध्या के संत नाराजगी जाहिर करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ से इन कुुंडों को पुनः अपने प्राचीन अस्तित्व में लाने की मांग की है।
वही अयोध्या में लुप्त हुए कुण्डों में बृहस्पति कुंड, रुक्मणी कुंड, क्षीर सागर, सप्त सागर, गणेश कुंड, उर्वशी कुंड, सक्र कुंड सहित एक दर्जन से अधिक कुण्डों हैं। जिसको लेकर इन कुंडों और सागरों पर बड़ी बड़ी मकानों का निर्माण किए गए हैं। अब इन कुडों को चिंहित कर जल्द ही इन पर बने अवैध निर्माण गिराए जाने की भी योजना है।
तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास में बताएं अयोध्या के कुंडों को सजाने संवारने का कार्य योगी सरकार करने जा रहे है लेकिन हम मुख्यमंत्री को यह बताना चाहते हैं कि आज कई ऐसे कुंड है जिसे भू माफियाओं ने समाप्त कर दिया है, जिसके कारण अयोध्या के प्राचीन धरोहर के रूप में माने जाने वाले कुंड ही समाप्त हो चुके हैं इन कुंडों को भी अपने अस्तित्व में लाने का कार्य करना चाहिए इसलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग करते हैं कि ऐसे स्थानों को जल्द से जल्द खाली कराकर कुंड का निर्माण करे।
वहीं महंत रामदिनेशाचार्य के मुताबिक अयोध्या के कुंड ही नगरी के ऐतिहासिकता का स्थल है। लेकिन बड़ी संख्या में भू माफिया इन कुंडों के अस्तित्व को ही समाप्त कर दिया कई स्थानों पर बड़ी बड़ी कालोनी बना दिया गया है। इसलिए अब अन्य कुंडों के अस्तित्व को बचाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्य शुरू किया है। लेकिन लुप्त हुए कुंडों का भी जीर्णोद्धार किया जाना चाहिए।