अवैध कटान में संलिप्त डिप्टी रेंजर पर मेहरबान हुए कुमारगंज रेंजर ने नहीं किया कार्यमुक्त.
अपनी दबंगई दिखाते हुए डिप्टी रेंजर अवैध कटान में है तल्लीन.
कुमारगंज,अयोध्या.
कुमारगंज वन रेंज अंतर्गत पखवारे पूर्व बसवार कला गांव में बिना परमिट के काटे गए आधा दर्जन हरे-भरे विशालकाय पेड़ों के मामले में दोषी पाए जाने पर प्रभागीय वन अधिकारी मनोज कुमार खरे द्वारा क्षेत्र के डिप्टी रेंजर रविंद्र सिंह एवं बीट प्रभारी माली मनोज कुमार वर्मा को प्रभागीय वन अधिकारी कार्यालय से संबद्ध किए जाने का आदेश दे दिया गया था। जिस के क्रम में आरोपी माली को तो वन क्षेत्राधिकारी कुमारगंज पीयूष मोहन श्रीवास्तव ने अपने कार्यालय से कार्यमुक्त कर दिया किंतु अवैध कटान के आरोपी डिप्टी रेंजर रविंद्र सिंह पर मेहरबान हो गए हैं।
उन्होंने संबद्धीकरण आदेश के सप्ताह बीत जाने के बावजूद भी अपने कार्यालय से कार्यमुक्त करने के बजाए दरियादिली दिखा दी है। कार्यवाही किए जाने में सबसे मजे की बात तो यह सामने आएगी प्रभागीय वन अधिकारी ने अवैध कटान के आरोपी कर्मियों पर दोहरा मापदंड अपना दिया और अवैध कटान के आरोपी ठेकेदार से सांठगांठ तथा मध्यस्थता कराने वाले विभाग के टास्क फोर्स प्रभारी पर कार्यवाही ही करना मुनासिब नहीं समझा और उन्हें क्लीन चिट दे दी है।
बताते चलें कि बीते पखवाड़े पूर्व वन रेंज कुमारगंज के बसवार कला गांव में बिना परमिट के आधा दर्जन से अधिक हरे आम एवं महुआ के पेड़ों को मेंहदौना गांव निवासी ठेकेदार मन्नू द्वारा काटकर पार कर दिया गया था मामला मीडिया के संज्ञान में आने के बाद प्रमुखता से उजागर हुआ था तब जाकर वन विभाग के अधिकारी नींद से जागे थे और अवैध कटान की जांच पड़ताल शुरू हुई थी जांच पड़ताल में टास्क फोर्स प्रभारी रवी शंकर प्रसाद सहित डिप्टी रेंजर रविंद्र सिंह एवं बीट प्रभारी मनोज कुमार वर्मा का नाम प्रकाश में आया था जिसके बाद प्रभागीय वन अधिकारी मनोज कुमार खरे ने अपने मातहतों पर कार्यवाही का चाबुक चलाते हुए डिप्टी रेंजर रवींद्र सिंह एवं आरोपी वन माली मनोज कुमार वर्मा को प्रभागीय कार्यालय से संबंध किए जाने का आदेश बीते 18 जनवरी को दे दिया गया था। जिस के क्रम में कुमारगंज वन क्षेत्राधिकारी पीयूष मोहन श्रीवास्तव द्वारा बीते 19 जनवरी को अपने कार्यालय से कार्यमुक्त करते हुए रिलीव कर दिया गया जबकि अवैध कटान के आरोपी डिप्टी रेंजर रविंद्र सिंह को आज तक कुमारगंज रेंज से कार्यमुक्त नहीं किया जा सका है। वहीं दूसरी ओर अवैध कटान का आरोपी डिप्टी रेंजर क्षेत्र में घूम घूम कर अपने विभागीय कर्मियों से यह दावा ठोक रहा है कि रविंद्र सिंह जब चाहेंगे तभी कार्यमुक्त होंगे वरना किसी की हैसियत नहीं है कि उन्हें कार्यमुक्त कर दे।
इस प्रकार से विभागीय कार्यवाही की जद में आए अवैध कटान के आरोपी डिप्टी रेंजर को वन क्षेत्राधिकारी कुमारगंज पीयूष मोहन श्रीवास्तव द्वारा कार्यमुक्त न किया जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। जिसको लेकर अब वन क्षेत्राधिकारी कुमारगंज पीयूष मोहन श्रीवास्तव की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान उठने लगा है और यह साफ साफ परिलक्षित होने लगा है कि हरे भरे पेड़ों की अवैध कटान में वन क्षेत्राधिकारी के ही इशारे पर होती है।