Home अयोध्या राजनैतिक द्वेष के चलते मेरे पति के खिलाफ़ दर्ज कराया गया एससी/एसटी...

राजनैतिक द्वेष के चलते मेरे पति के खिलाफ़ दर्ज कराया गया एससी/एसटी एक्ट के अन्तर्गत फर्जी मुकदमा, सतीश महाना करवा सकते हैं मेरे पति सन्तोष दूबे की हत्या – राजकुमारी दूबे

845
0
हमार पूर्वांचल
हमार पूर्वांचल

अयोध्या, फैज़ाबाद
धर्मसेना के संस्थापक कट्टर हिन्दूवादी नेता सन्तोष दूबे की पत्नी राजकुमारी दूबे ने भाजपा के स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित सतीश महाना द्वारा अपने पति सन्तोष दूबे की हत्या करवायी जाने की आशंका जतायी है । उन्होंने कहा कि जनपद के पुलिस प्रशासन द्वारा उनके पति जो कि बाबरी विध्वंस के आरोपी होने के साथ-साथ पूर्व जिला पंचायत सदस्य भी हैं का उत्पीड़न सत्ता के इशारे पर लगातार किया जा रहा है, जिसमें जिले के सांसद लल्लू सिंह, प्रभारी मन्त्री सतीश महाना सहित जिले के विधायकगण भी शामिल हैं । उक्त आरोप सन्तोष दूबे की पत्नी राजकुमारी दूबे ने शाने अवध होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान लगाये । श्रीमती दूबे ने कहा कि जिले का बच्चा-बच्चा यह बात जानता है कि मेरे पति वर्षों से श्री राम जन्मभूमि पर भव्य राम मन्दिर निर्माण के लिए संघर्ष कर रहे हैं, अब चूंकि भाजपा के लिए यह मात्र सत्ता पर काबिज होने वाला चुनावी मुद्दा रहा है, तो जो कोई भी इस मुद्दे पर गम्भीरता से मुखर होकर कारसेवा के लिये आगे आता है वह भाजपा के नेताओं की आंखो की किरकिरी बन जाता है ।

मेरे पति ने चुनावों में पूर्ण निष्ठा व समर्पण के सदैव भाजपा का ही साथ देते आये हैं परन्तु आज भाजपा के ही कुछ लोगों के षड्यंत्र का शिकार हो रहे हैं, मुझे यह कहने में जरा भी संकोच नहीं कि मेरे पति संतोष दूबे का भाजपा ने अपने स्वार्थ की पूर्ति ही किया, किन्तु जब स्वार्थ सिद्ध हो गया तो उनका अस्तित्व समाप्त करने के उद्देश्य से उन पर फर्जी तरीके से मुकदमा दर्ज कराकर फंसाने का कार्य किया गया । श्रीमती दूबे ने सांसद लल्लू सिंह पर आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि पिछले अप्रैल माह में ही एक सार्वजनिक समारोह में अपरोक्ष रुप से मेरे पति को धमकी भी दी थी, जिसकी शिकायत मेरे पति ने जिलाधिकारी से की थी, उसी शिकायत के बाद से सांसद जी मेरे पति को फंसाने के लिये लगातार मौका तलाश कर रहे थे, सांसद जी को यह मौका तब मिला जब मेरेे पति व उनके साथियों द्वारा एससी/एसटी एक्ट के संसोधन के खिलाफ सड़क पर उतरकर आन्दोलन किया गया ।

विगत ८ सितम्बर को निकाले गये पैदल मार्च जो कि गांधी उद्यान पर जाकर जनसभा में बदल गया था उसमें मेरे पति द्वारा अपने साथियों के साथ इस एक्ट के संसोधन के विरुद्ध जोरदार तरीके से न सिर्फ विरोध किया गया था बल्कि उक्त एक्ट से समाज पर पड़ने वाले भयावह असर की बात कहते हुये उक्त संशोधन पर पुनर्विचार करने की मांग भी सरकार से की गयी थी । उसी सभा में मेरे पति ने सरकार के इन अकर्मण्य व एससी/एसटी एक्ट पर मौन धारण कर चुके नेताओं कोे भरी सभा में बुरी तरह लताड़ा भी था तो इसमें मेरे पति ने क्या गलत किया, परन्तु दुर्भाग्य से इन नेताओं ने जनता के बीच अपनी बात न रखकर मेरे पति के ही विरुद्ध एक राजनैतिक षड्यंत्र मात्र इसलिए किया गया कि मेरे पति व उनके साथियों द्वारा राम मन्दिर व उक्त एक्ट का मुद्दा यूँ ही उठाया जाता रहा तो आगामी लोकसभा चुनाव में जिले की सांसदी व आगामी विधानसभा चुनाव में कई लोगों की विधायकी न चली जाये।

आगामी चुनाव पर मेरे पति की गतिविधियां भाजपा पर निश्चित तौर पर भारी पड़ने वाली हैं, जिसमें सांसद लल्लू सिंह की कुर्सी का जाना तय है, इसी आशंका के चलते सांसद व अन्य विधायकों द्वारा प्रभारी मन्त्री सतीश महाना के साथ मीटिंग की गयी तथा पूरी घटना से अवगत कराते हुए समाधान की मांग की गयी । श्रीमती दूबे ने बताया कि उक्त सारी जानकारी उनके पति को सत्ता में ही बैठे हुए उनके विश्वस्त सूत्रों द्वारा प्राप्त होती रही है । श्रीमती दूबे ने यह भी कहा कि इस तरह प्रभारी मन्त्री सतीश महाना, सांसद लल्लू सिंह व जिले के विधायकों की मिलीभगत से एक शातिर अपराधी जितेन्द्र पाण्डेय को मेरे पति के खिलाफ़ खड़ा करके फर्जी ढंग से मुकदमा दर्ज करवाया गया है । श्रीमती दूबे ने कहा कि जिस तरह लखनऊ में विवेक तिवारी की हत्या पुलिस द्वारा गोली मारकर की गयी है कोई आश्चर्य नहीं, वही कल सत्ता से जुड़े इन नेताओं के दबाव में आकर पुलिस मेरे पति सन्तोष दूबे को भी फर्जी एनकाउन्टर में गोली मारकर हत्या कर दे, क्योंकि पिछले कई दिनों से कभी रात १२ बजे तो कभी १ बजे पुलिस द्वारा मेरे पति की तलाश में घर पर दबिश डाली जा रही है, मेरा पूरा परिवार तथा बच्चे भयभीत व डरे हुये हैं, ऐसे में अगर कोई अनहोनी होती है तो उसके जिम्मेदार सतीश महाना, सांसद लल्लू सिंह व जनपद के सभी विधायक होंगे ।

मैं प्रदेश के मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ व देश के प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी से अपील करती हूँ कि मुझे न्याय दिलाया जाये और इस षड्यंत्र का पर्दाफाश किया जाये, अगर इन षड्यंत्रकारियों से मेरी व मेरे पति की सुरक्षा नहीं की जाती है तो मुझे मजबूर होकर अपने बच्चों सहित आत्मदाह करना पड़ेगा ! जिसकी सारी जिम्मेदारी स्थानीय पुलिस प्रशासन से जुड़े अधिकारी, प्रभारी मन्त्री सतीश महाना, सांसद लल्लू सिंह व जनपद के सभी विधायकों की होगी। उन्होंने सरकार से यह भी मांग किया कि न सिर्फ सांसद लल्लू सिंह का बल्कि जनपद के सभीे विधायकों की होगी। उक्त पत्रकार वार्ता में प्रमुख रूप से हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष पाण्डेय, सामाजिक कार्यकत्री विनीता पाण्डेय, सामाजिक कार्यकर्ता वेद राजपाल, पाटेश्वरी सिंह, ज्योतिषाचार्या हेमा पाण्डेय, विजय तिवारी व शलभ मणि त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।

Leave a Reply