Home अयोध्या कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी लाइन हाजिर, अपराधियों पर रहम 

कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी लाइन हाजिर, अपराधियों पर रहम 

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हमार पूर्वांचल
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 कानून व्यवस्था पर लगा सवालिया निशान

थाने की जीडी में चौकी इंचार्ज राहुल पाण्डेय ने बाकायदा दर्ज की थी रवानगी 

अमानीगंज-अयोध्या। 
खण्डासा थाना क्षेत्र के खण्डासा मजरे सत्रोहन का पुरवा गांव निवासी हिस्ट्रीशीटर को नोटिस तामील कराने गई पुलिस टीम पर हमले का मामला गरमा गया है। हिस्ट्रीशीटर एवं उग्र ग्रामीणों का तेवर देख भाग खड़े हुए खण्डासा चौकी इंचार्ज राहुल पाण्डेय को एसएसपी ने लाइन हाजिर कर दिया है। चौकी प्रभारी को खण्डासा थाना अध्यक्ष को कांफिडेंस में न लेने का आरोपी माना गया है, जबकि चौकी प्रभारी ने थाने की जीडी में अपने दो हमराही सिपाहियों एवं एक महिला कांस्टेबल के साथ रवानगी करने के बाद ही नोटिस तामील कराने हिस्ट्रीशीटर के गांव गया था।

खण्डासा थाना क्षेत्र के खण्डासा मजरे पूरे सत्रोहन पुलिस दल से हुए विवाद के बाद दर्ज मुकदमे में हिस्ट्रीशीटर अपराधी अमरबहादुर सिंह को बीते सोमवार को चौकी प्रभारी राहुल पाण्डेय अपने हमराही सिपाहियों के साथ नोटिस तामील कराने गए थे। इसी माह पांच अगस्त को पुलिस टीम गडौंली गांव में शराब का अवैध कारोबार कर रहे लोगों को पकड़ने गई थी। जहां पर पहले से मौजूद उक्त हिस्ट्रीशीटर अपराधी अमरबहादुर सिंह ने पुलिस टीम से अभद्रता कर अवैध निष्कर्षण कर रहे लोगों को गिरफ्तार नहीं करने दिया था। जिसमें उपनिरीक्षक राहुल पाण्डेय की तहरीर पर उक्त हिस्ट्रीशीटर अपराधी अमरबहादुर व तीन अन्य लोगों के ऊपर सरकारी कार्य में बाधा सहित अन्य धाराओं में मुकदमा भी पंजीकृत किया गया था।

पुलिस ने मौके से एक मोटर साइकिल भी कब्जे में ले लिया था। इसके अलांवा भी अमरबहादुर के ऊपर कई थाना क्षेत्रों में आधा दर्जन से अधिक मुकदमे पंजीकृत हैं। उसी मुकदमे की नोटिस तामील कराने उपनिरीक्षक राहुल पाण्डेय तथा कांस्टेबल अभिमन्यु व दिनेश सोमवार को प्रात करीब दस बजे उसके खेत पर गए थे। अमरबहादुर खेत में बने अटाने पर सो रहा था। जब तक पुलिस टीम अटाने तक पहुंच कर नोटिस तामील कराती तब तक दंबगो ने पुलिस टीम को खदेड़ लिया था। भीड़ देख पुलिस टीम मौके से भाग खड़ी हुई थी। घटना की सूचना पुलिस कर्मियों ने थाने पर दी थी। जब तक थाने से अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर पहुंचता हिस्ट्रीशीटर अमर बहादुर सिंह मौके से फरार हो चुका था।

मीडिया ने मामले को प्रमुखता से उजागर किया था जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने मामले का संज्ञान लिया और थानाध्यक्ष खण्डासा को कांफिडेंस मेें न लेनेे के आरोप में चौकी प्रभारी को लाइन का रास्ता दिखाा दिया वहीं दूसरी ओर चौकी प्रभारी राहुल पाण्डेय का कहना है कि वह जिस अपराधी को नोटिस तामील कराने गए थे वह एक दुर्दांत हिस्ट्रीशीटर अपराधी है। उसके विरुद्ध खण्डासा और कुमारगंज थाने में गंभीर धाराओं में आधा दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। मैंने थाने की जीडी में तस्करा डालकर बाकायदा दो हमराही सिपाहियों एवं एक महिला कांस्टेबल के साथ रवानगी की थी। इस प्रकार से थानेे की जीडी में सूचना दर्ज होने के बावजूद भी थानाध्यक्ष को कांफिडेंस में न लेने की बात पर पूरी तरह से सवालिया निशान लग रहा है।

वहीं दूसरी ओर क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार भी गर्म है। लोगों का कहना है कि राहुल पाण्डेय एक अच्छे व न्याय प्रिय पुलिस अधिकारी हैं। वह इस मामले मेंं पूरी तरह से बेकसूर हैं। अब सवाल यह उठ रहा है कि अपराधियों को नोटिस देने जाने वाले कितने दरोगा और सिपाही पूरे जिले में स्टेशन अफसर को विश्वास में ले कर जाते हैं और फिर जब दुबारा पुलिस को खदेडा गया तो विभाग को सरकार की मंशा के अनुसार दारोगा का साथ देना चाहिए और जिम्मेदारी के लिए थाना अध्यक्ष की जबाब देही बनती है लेकिन यहाँ अपराधी मस्त और पुलिस पस्त दिख रही है।

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