अमानीगंज, फैजाबाद
थाना खण्डासा थाना क्षेत्र अन्तर्गत ग्रामसभा चंदौरा में आज़ दशहरे के दिन सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ते बिगड़ते बचा। प्राप्त जानकारी के अनुसार आज़ दिन में लगभग ०९:०० बजे सम्प्रदाय विशेष के लोगों के द्वारा २०० वर्ष पुराने काली माता मन्दिर पर मुर्गे की बलि चढ़ाकर अपवित्र करने का प्रयास किया गया तथा उसके बाद मांस को ले जाकर मस्जिद के पीछे स्थित मदरसे में पकाया जा रहा था, उक्त हरकत को देख रही एक महिला ने जब आसपास के ग्रामीणों को इस मामले की सूचना दी तो इसके बाद पूरे गांव में तनाव फैल गया और देखते ही देखते सैकड़ों लोगों की भीड़ मदरसे की ओर चल पड़ी।
जहाँ मौलवी मांस पका रहा था, पहले इन लोगों ने भीड़ से गाली गलौज किया लेकिन भीड़ बढऩे पर भाग खड़े हुये। घटना के बाद मौका ए वारदात पर पहुँची पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत कराया और राम अमीरे पुत्र हरिप्रसाद की तहरीर पर शाहवाद पुत्र अफजल, शोएब पुत्र इकबाल व मौलवी निवासी मीरपुर रुदौली के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करते हुये शाहबाद और शोएब को गिरफ्तार कर लिया जब कि मौलवी फरार बताया गया है, मौलवी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित की गयी है। घटनास्थल पर तनाव को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गयी है।
क्षेत्राधिकारी मिल्कीपुर रुचि गुप्ता, उपजिलाधिकारी मिल्कीपुर नागेंद्र शर्मा, थानाध्यक्ष खंडासा अवनीशकुमार चौहान दल बल के साथ मौके पर डटे हुये हैं, धीरे धीरे गांव में स्थिति सामान्य हो रही है। एहतियात के तौर पर पुलिस फोर्स तैनात की गयी है। इस संबंध में क्षेत्राधिकारी मिल्कीपुर रुचि गुप्ता ने बताया कि धार्मिक उन्माद फैलाने के आरोप में तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया है जिसमें दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा फरार मौलवी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें गठित कर दी गयी हैं। गांव में शान्ति बहाल है एहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
उक्त पूरे प्रकरण में विवाद की जड़ बने मदरसे के सम्बन्ध में ग्रामीणों का कहना है कि मदरसे की कोई मान्यता नहीं है और यह चंदौरा गांव में स्थित मस्जिद के पीछे एक आवासीय भवन में चलाया जाता है। उपजिलाधिकारी मिल्कीपुर नागेन्द्र शर्मा ने बताया कि मदरसे की मान्यता और कागजात के विषय मे शिक्षा विभाग को पत्र लिखा जा रहा है। मन्दिर परिसर की साफ सफाई करा दी गयी है, और वहाँ पहले की तरह पूजा अर्चना शुरू हो गयी है।