अयोध्या। कोर्ट के आदेश पर नवविवाहिता सीमा गुप्ता की पूर्वनियोजित हत्या की प्राथमिकी अयोध्या कोतवाली में दर्ज की गई है। महिला की क्षत-विक्षत लाश कटरा-परशुरामपुर रोड पर इस्माइलपुर गांव के निकट 27 दिसंबर 2018 को बरामद की गई थी। गोंडा जिले के नवाबगंज थाने की पुलिस ने इसे अज्ञात तौर पर दर्ज किया था। मृतक के पिता शिव प्रसाद का कहना है कि सीमा की अन्यत्र हत्या कर लाश को रोड पर फेंक कर चार पहिया वाहन से कुचला गया था, जिससे मामला दुर्घटना प्रतीत हो। इसकी तहरीर अयोध्या कोतवाल तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से की गई थी, लेकिन प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई। तब कोर्ट की शरण ली गई। प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि योजनाबद्ध हत्या में सीता का पति पिटू कसौधन, एक महिला तथा दो अन्य लोग शामिल थे।
पिटू तारुन थाना क्षेत्र के रामपुरभगन का निवासी है, जो अयोध्या में रामघाट हाल्ट के निकट किराए के कमरे में रहता था। यहीं पर पिटू के नाजायज संबंध महिला से बन गए, जिसका विरोध सीमा करती थी। इसके लिए उसे काफी प्रताड़ित किया जाता था। 25 दिसंबर 2018 को वह अचानक लापता हो गई। पिटू ने कई दिनों तक इस बात को छिपाया। पांच जनवरी 2019 को अज्ञात फोन से सीमा की हत्या की सूचना मिली। नवाबगंज थाने में अज्ञात लाश की सूचना दर्ज होने की जानकारी मिली। लाश की पहचान पुलिस के पास मौजूद फोटो व कपड़ों से हुई।