Home अयोध्या राममन्दिर पर मौन रहे गडकरी, सरयू बैराज का नहीं हुआ शिलान्यास 

राममन्दिर पर मौन रहे गडकरी, सरयू बैराज का नहीं हुआ शिलान्यास 

969
0

अयोध्या। केन्द्रीय मन्त्री नितिन गडकरी आज़ अयोध्या पहुंचे। एनएचएआई के ७१९५ करोड़ की लागत से पांच परियोजनाओं का शिलान्यास किया। अयोध्या में अपने उद्बोधन में केन्द्रीय मन्त्री ने देर से आने के लिए खेद जताया और माफी मांगी। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम की धरती पर जो मैंने कहा था आज वही प्रयास कर रहा हूँ, यह मेरा परम सौभाग्य है।

अयोध्या में प्रदूषित जल को रोकने के लिए जो मांग की गई थी तो उसके विषय में सरयू में गिरने वाले नालों को डायवर्ट किया जाएगा। अब सरयू नदी शुद्ध होगी। सई नदी में गिर रहे पाचोरा लोको को भी डायवर्ट किया जाएगा। नमामि गंगे की ओर से ४० करोड़ देकर यह प्रोजेक्ट पूरा किया जाएगा, जो ७० साल में नहीं हुआ वह हमारी सरकार ने ५ साल में कर के दिखाया। उत्तर प्रदेश की तस्वीर बदल रही है, ज्यादातर सड़के सीमेंट व कंकरीट की बन रही हैं। अब आने वाले 200 सालों तक इन सड़कों पर गड्ढे नहीं होंगे। कोई ठेकेदार क्वालिटी से समझौता नहीं कर सकेगा। हमारा सारा कार्य ओरिएंटेड है एक पैसे का भी करप्शन नहीं है। अयोध्या में रिंग रोड भी बनेगा जिससे अयोध्या ४६ किलोमीटर जाम से मुक्त हो जाएगा।

राम वन गमन मार्ग के अंतर्गत अयोध्या से श्रृंगवेरपुर तक राम वन गमन मार्ग बनेगा। एनएच २८ छावनी से रामपुर सड़क निर्माण की योजना को तथा मनकापुर से गोंडा ७० किलोमीटर रोड बनेगा। अगले मार्च से पहले गंगा निर्मल अविरल होगी। ऐसा वचन मन्त्री ने पवित्र राम की नगरी से दिया। वाराणसी से प्रयागराज तक जलमार्ग भी बनेगा। केन्द्रीय मन्त्री ने कहा कि जब मैं पिछली बार अयोध्या आया था था सरयू नदी में जलमार्ग बनाने की घोषणा की थी। अगली बार जब अयोध्या आऊंगा तो कोशिश करूंगा जल मार्ग से ही आऊं। हमारे देश का किसान पेट्रोल का पर्याय दे सकता है।

नितिन गडकरी ने डिप्टी सीएम केशव मौर्या को भी सलाह दी कि हवा में उड़ने वाली बसें लायी जाएं, जो मेट्रो से सस्ती होंगी और जाम से मुक्ति दिलायेंगी। केन्द्रीय मन्त्री ने आगे कहा कि हम देश का विकास करना चाहते हैं, देश में खुशहाली लाना चाहते हैं, पर्यटन को बढ़ाना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार डीपीआर बनाकर भेजें जल्द अयोध्या में सरयू नदी पर बैराज बनेगा। भगवान श्री राम की जन्मभूमि पर मन्दिर निर्माण के विषय में केन्द्रीय मन्त्री मौन ही रहे।

Leave a Reply