मामला लगभग तीन करोड़ से ज्यादा का
अमानीगंज-अयोध्या। विकासखण्ड अमानीगंज अन्तर्गत ग्राम सभा कोटिया में तीन करोड़ से अधिक शासकीय धनराशि के गबन व अनियमितताओं की शिकायत का मामला प्रकाश में आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्रामसभा कोटिया के निवासी शंकरनाथ पाण्डेय ने इस संदर्भ में जिला अधिकारी अयोध्या से शिकायत की है। शिकायतकर्ता ने मुख्य विकास अधिकारी व जनसुनवाई पोर्टल पर विभिन्न समय पर भी की शिकायत का भी हवाला दिया है। शिकायतकर्ता ने वित्त आयोग व राज्य वित्त आयोग तथा मनरेगा के तहत शासन द्वारा गत तीन वर्ष के अवमुक्त किए गए धन लगभग तीन करोड़ का धरातल पर सही उपयोग न करके गड़बड़ी व अनियमितां किए जाने तथा धनराशि के गबन का आरोप लगाते हुए जांच करवा कर दोषियों के विरुद्ध कठोर दण्डात्मक कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
बताते चलें कि इस संदर्भ में मुख्य विकास अधिकारी को जिलाधिकारी ने दो सदस्य समिति बनाकर तत्काल जांच आख्या प्राप्त करने का आदेश दिया है। समिति ने जिला पिछड़ा वर्ग समाज कल्याण अधिकारी व अधिशासी अभियंता व ग्रामीण अभियंत्रण को लिखित कार्यवाही करने का आदेश दिया है। विदित हो कि इस संदर्भ में शिकायतकर्ता ने माननीय उच्च न्यायालय खण्डपीठ लखनऊ में एक रिट याचिका भी दायर की है। न्यायालय ने जिलाधिकारी को शिकायतकर्ता के प्रत्यावेदन व शिकायत को तत्काल प्रभाव से जांच करवा कर उचित कार्रवाई करने को निर्देशित किया था।
इस संदर्भ में शिकायतकर्ता शंकरनाथ पाण्डेय ने बताया कि धन के गबन में दोषी के विरुद्ध कानूनन कार्यवाही नहीं होती है तो वह आंदोलन के रास्ते को अपनायेंगे। शिकायतकर्ता ने बताया कि तालाब की खुदाई ,पक्की सड़क से इंटरलाकिंग, स्कूल की मरम्मत, सोलर लाइट, स्ट्रीट लाइट व कुओं की मरम्मत तथा इण्डिया मार्का नल आदि के बारे में बताया है कि यह सब फर्जी है और मात्र कागज पर दिखाकर बंदरबांट कर ली गयी है। इस ग्रामसभा में छब्बीस पुरवे हैं, यहां की आबादी लगभग दस हज़ार की बताई जाती है। विकासखण्ड की यह दूसरी सबसे बड़ी ग्राम पंचायत है, और इस संदर्भ में मुख्य विकास अधिकारी आनंद मोहन से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा दो सदस्यीय टीम गठित कर जांच करवा कर ग्राम प्रधान व दोषी व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जांच सही पाए जाने पर तत्काल त्वरित कार्यवाही की जाएगी।
इस संबंध में जब ग्राम प्रधान नीलम सिंह पत्नी बिंदेश्वरी सिंह और प्रधान प्रतिनिधि अमर बहादुर सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि शासन द्वारा जो धन अवमुक्त हुआ है इसको समय समय पर उचित जगह पर इस्तेमाल किया गया है और शिकायतकर्ता ने राग द्वेष से प्रेरित होकर आरोप लगाया है। ग्राम प्रधान नीलम सिंह ने कहा है कि किसी भी छोटी-बड़ी एजेंसियों से जांच के लिए हम तैयार हैं। इस समय यह मामला क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।