Home अयोध्या तेंदुए ने किया नीलगाय का शिकार, दहशत में हैं लोग

तेंदुए ने किया नीलगाय का शिकार, दहशत में हैं लोग

1111
0

रुदौली-अयोध्या। रुदौली तहसील क्षेत्र अन्तर्गत सैदपुर इलाके में तेंदुए की आमद के बाद तीसरे दिन भी वन विभाग की कॉम्बिंग जारी रही, लेकिन तेंदुए की कोई लोकेशन नहीं मिली। वहीं बुधवार सुबह गांव के बाहर खेत में एक जानवर का अंग मिलने से लोगों में दहशत अभी भी बरकरार है।
वन अधिकारियों के अनुसार मिला अंग वनरोज का है, तेंदुए ने ही इसका शिकार किया है, उनके अनुसार तेंदुए के अंतिम पग चिह्न बेतवा नाले के पास पाए गए थे, इससे तय है कि वो जंगल में चला गया है। वहीं दूसरी ओर ग्रामीण पगचिह्नों के आधार पर जंगली जानवर को बाघ ही बता रहे हैं। रुदौली के वन क्षेत्राधिकारी विक्रमजीत ने बताया कि जंगल में तेंदुआ है और वह विभाग की गणना में शामिल है, लेकिन ग्रामीण बाघ बता रहे हैं जिसकी पुष्टि के लिए लखनऊ चिड़ियाघर विशेषज्ञों के पास पदचिह्न सत्यापन के लिए भेजे गए हैं। सैदपुर के सधई का पुरवा गांव में सोमवार रात गांव के ही साधू और वैद्यनाथ ने भारी भरकम जंगली जानवर देखने का दावा किया था। दशहत के चलते किसान मिल में गन्ना आपूर्ति के लिए कटाई भी नहीं कर पा रहे है। गांव के राम ललक शुक्ला, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि दिनेश पाण्डेय ने बताया कि दहशत के चलते किसान खेतों की रखवाली भी करने नहीं जा पा रहे हैं। उधर किसानों व ग्रामीणों की दहशत उस समय और बढ़ गई जब जंगल के बाहर खाली पड़ेे एक खेत में एक जानवर का कटा हुआ पैर मिला। प्रभागीय वनाधिकारी डा. रवि कुमार सिंह बुधवार को गांव पहुँचे। उनका कहना है कि उक्त पैर वनरोज का है जो दो-तीन दिन पुराना लग रहा है, जिसका शिकार उक्त तेंदुए ने ही किया है। डीएफओ ने बताया कि उक्त तेंदुआ करीब १५ – १६ साल का है और नर है। तेंदुए के अंतिम पग चिह्न बेतवा नाले के पास पाए गए थे, इससे स्पष्ट होता है कि वो जंगल में चला गया है। वन विभाग की हथियारों से लैस पांच टीम द्वारा लगातार कॉम्बिंग की जा रही है, प्रयास है कि वो जंगलों में ही रहे, आवासीय इलाकों में नहीं जाने पाये।

Leave a Reply