अयोध्या। श्री पंच रामानंदीय निर्वाणी अखाड़ा अयोध्या द्वारा संचालित सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी मन्दिर का नया सरपंच शुक्रवार की शाम चरण पादुका मन्दिर के महन्त रामकृष्णदास महराज चेला स्व. रमाकांतदास महराज को सर्व सम्मति से बनाया गया। इस उपलक्ष्य में हनुमानगढ़ी मन्दिर प्रांगण में उनका शपथ ग्रहण व स्वागत सम्मान गद्दीनशीन महन्त प्रेमदास महाराज की अध्यक्षता में किया गया। जिसमे हनुमानगढ़ी के सभी साधु सन्त पट्टी के महन्त आदि शामिल रहे।
इस मौके पर सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन महन्त प्रेमदास महराज ने उनको शपथ दिलवाया और कहा कि महन्त रामकृष्णदास को सरपंच सभी पट्टी सन्तो महंतो के अनुमोदन पर ही सर्व सम्मति से बनाया गया है। हम आशा व्यक्त करते है कि सरपंच के सभी दायित्वों व कर्तव्यों का महन्त राम कृष्णदास महराज निर्वहन करते हुए हनुमानगढ़ी मन्दिर व साधु संत के हित मे श्रेष्ठ कार्य करेंगे। उन्होंने नवनियुक्त सरपंच राम कृष्णदास महराज को माला पहनाकर अपना आशीर्वाद प्रदान किये। ततपश्चात अन्य सभी पट्टी के सन्त महन्त आदि ने भी उनका माला पहनाकर अबीर लगाकर गर्मजोशी से स्वागत सम्मान कर उनके सरपंच बनाये जाने का स्वागत करते हुए हर्ष जताया।
नवनियुक्त सरपंच महंत राम कृष्णदास महराज ने भगवान हनुमानजी व सन्तो महंतो का आशीर्वाद लेते के उपरांत कहा कि वह अपने दायित्व का पूर्णतः निर्वहन करते हुए हनुमानगढ़ी मंदिर के सतत उत्थान, सभी पट्टी का उत्थान, साधु-संतों के सदा हित में कार्य करूंगा। उन्होंने सभी के प्रति आभार जताए व सहयोग की अपेक्षा की। इस मौके पर उज्जैनिया पट्टी के महंत संत रामदास महराज, हरद्वारी पट्टी के महंत मुरलीदास महराज, बसन्तिया पट्टी के महंत रामचरणदास महराज, महन्त महंत शंकरदास, महन्त गौरीशंकरदास महराज, महन्त नागा हरिदास, पुजारी रमेशदास महाराज, पुजारी राजूदास, महंत रामकुमार दास, महन्त नंदराम दास, राजेश पहलवान, अनिल दास, महन्त प्रेम शंकरदास, पूर्व सरपंच महन्त रामदास, महन्त कृपाल दास, महन्त रामशंकर दास व पुजारी रामनारायणदास आदि अन्य सन्त महन्त व सभी पुजारी उपस्थित रहे। इसके साथ ही सभी चारो पट्टी से छह- छह सदस्यों को भी मनोनीत किया गया है।
ज्ञात हो कि श्री पंच रामानंदी निर्वाणी अखाड़ा अयोध्या हनुमानगढ़ी मन्दिर एक प्राचीन पंचायती व्यवस्था है। जिसके तहत यहां पर हर पांच वर्ष पर सरपंच का व अन्य सदस्यो का मनोनयन सर्व सम्मति से किया जाता है। इसी के तहत महन्त राम कृष्ण दास जी महाराज को सरपंच बनाया गया है। जिस पर सभी सन्तो महंतो ने अपनी सहमति दी है व हर्ष भी जताया है।