अयोध्या, फैज़ाबाद : विश्व हिन्दू परिषद की धर्मसभा के लिए बन रहे मंच पर राजनैतिक चेहरे नहीं नजर आयेंगे। उक्त कार्यक्रम में ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि मंच पर सन्तों व धर्माचार्यों सहित संघ एवं विहिप के नेता ही मंच पर बैठ सकेंगें । धर्मसभा में अयोध्या के करीब ५०० सन्त एवं धर्माचार्यों सहित विभिन्न प्रांतों से भी संत, धर्माचार्य, जगद्गुरु, महामंडलेश्वर पहुँच रहे हैं। धर्मसभा के लिए बनने वाला मंच लगभग ७५ फुट लंबा व ४० फुट चौड़ा होगा । इस व्यवस्था का खाका विहिप उपाध्यक्ष चंपत राय की मौजूदगी में मंगलवार को खींचा गया। विहिप के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज ने कहा कि विराट धर्मसभा श्री रामलला की जन्मभूमि पर भव्य मन्दिर निर्माण के संकल्प की अभिव्यक्ति का प्रकटीकरण होगा, वहीं सामाजिक समन्वय का आधार भी बनेगी ।
विहिप के प्रान्तीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने बताया कि सभा स्थल पर स्वागत कक्ष स्थापित किया जा चुका है, यह भी बताया कि मंच पर कुछ निश्चित लोगों को ही बैठने की इजाजत होगी । ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है कि मंत्री, सांसद, विधायक समेत भाजपा संगठन के लोग मंच से दूर रहेंगे। विराट धर्मसभा में एक लाख से अधिक रामभक्तों को जुटाने का लक्ष्य है । विहिप का मानना है कि धर्मसभा में आस-पास के कई जिलों से लगभग ढाई लाख रामभक्त पहुंच सकते हैं। प्रान्तीय प्रवक्ता शरद शर्मा ने बताया कि सभा में आमन्त्रण के लिए पत्र व मोबाइल फोन सहित अन्य का प्रयोग तो किया ही जा रहा है, वैदिक परम्पराओं का पालन करते हुए गांव-गांव में हल्दी अक्षत देकर लोगों से अयोध्या पहुँचने की अपील भी की जा रही है । इसके लिए बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को लगाया गया है ।