Home अयोध्या बरसात में जल गयी गरीब ब्राह्मण की कुटिया, खुले आसमान के नीचे...

बरसात में जल गयी गरीब ब्राह्मण की कुटिया, खुले आसमान के नीचे आया परिवार

1823
0
hamara purvanchal

बचपन में किसी कहानी की शुरूआत होती थी तो लिखा जाता था कि गांव में एक गरीब ब्राह्मण था। भले ही हालात बदले हों किन्तु वे ब्राह्मण जो आज भी कर्मकाण्डी हैं और छलकपट से दूर होकर प्रभु की सेवा में लगे रहते हैं, उनके हालात आज तक भी नहीं बदले हैं। अपनी राजनीति को चमकाने भले ही कितने संगठन बने किन्तु अपने संस्कार के अधीन होकर जीने वाले ब्राह्मणों के लिये कुछ नहीं किया। यदि इन संगठनों ने अपने भारतीय संस्कार को जीने वाले ब्राह्मणों के लिये कुछ किया होता तो आज भी वह भी कहानियों वाले ब्राह्मण की कुटिया ही नहीं होती जो बरसात में जल गयी।

सैदपुर फैज़ाबाद थाना मवई अन्तर्गत ग्रामसभा बिहारा निवासी पण्डित रुद्रशरण मिश्र की कुटिया अचानक कल शाम के समय जल कर राख हो गया, कल श्री मिश्र जी परिवार समेत किसी के यहां निमन्त्रण में गये हुये थे पूरा परिवार वहीं था कि सायंकाल लगभग छः से सात बजे के बीच उनकी झोपडी में अचानक आग लग गयी। जिससे पण्डित की पोथी से लेकर बच्चों की पढ़ाई की किताबें तक व कपडे आदि गृहस्थी के सारे समान जल कर राख हो गये, खाने तक के लिये कुछ भी नहीं बचा, समूचा परिवार आंसुओं की बाढ़ में डूबा हुआ है।

मौके पर पहुंचने के बाद कोई भी व्यक्ति अपने आंसुओं को रोक नहीं पा रहा है, उक्त दुर्घटना में जो भी हुआ अथवा जिसने भी किया अत्यन्त भयावह व निन्दनीय है। बताते हैं कि पण्डित रुद्रशरण मिश्र, पण्डित शम्भूशरण मिश्र के पुत्र हैं और सगे तीन भाई हैं, पारिवारिक विवाद के चलते पण्डित शम्भूशरण मिश्र जी रुद्रशरण मिश्र के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं, जमीन से लेकर घर तक में हिस्सा देने को तैयार नहीं हैं। पंडित रुद्रशरण गांव के बाहर कलावती बालिका इंटर कॉलेज के सामने पिता की खेती युक्त जमीन पर ही सड़क के किनारे छप्पर रख कर करीब सात आठ माह से रह रहे हैं वहां भी उन्हे सुकून नहीं है।

सूत्रों से पता चला है कि उनके मझले भाई गौरी शरण मिश्र अक्सर उन्हें वहाँ से हटकर कहीं अन्यत्र जाने को कहते रहते हैं और कई बार धमकी भी दे चुके हैं जिससे शक की सुई गौरी शरण मिश्र की तरफ घूमती नज़र आ रही है । घटना के बाद डायल 100 की पुलिस मौके पर पहुंची व स्थानीय पुलिस चौकी प्रभारी नन्दहौसिला यादव भी दलबल के साथ पहुंचे तथा मौका मुआयना किया । पीड़ित द्वारा कथित रुप से स्थानीय पुलिस चौकी पर भाई गौरी शरण को नामजद करते हुये तहरीर दी गयी है।

सम्पर्क न हो पाने के कारण पुलिस से तहरीर के सम्बन्ध में पुष्टि नहीं हो सकी, फिलहाल पीड़ित श्री मिश्र के अनुसार स्थानीय पुलिस ने थाने पहुंच कर मुकदमा दर्ज कराने का परामर्श दिया क्योंकि स्थानीय पुलिस चौकी रिपोर्टिग चौकी नहीं है । जो हुआ बहुत ही गलत व अमानवीय है पारिवारिक विवाद इतना भी नहीं होना चाहिये कि परिवार के एक सदस्य का परिवार रोटी कपड़ा और मकान को तरसे, इस पर जांच व कार्यवाई की प्रबल आवश्यकता है। विवाद पारिवारिक है कुछ और, जो भी हो पर कुछ न कुछ रहस्य तो है, आशा शीघ्र ही स्थानीय पुलिस उक्त रहस्य का पर्दाफाश अवश्य करेगी।

Leave a Reply