बीकापुर-अयोध्या। तहसील क्षेत्र के थाना हैदरगंज अन्तर्गत जाना बाजार निवासिनी पीड़िता जाफरीन अंजुम के तीन तलाक के मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपियों द्वारा जहां सुलह-समझौता करने का दबाव बनाए जाने की बात सामने आयी है। वहीं आरोपियों की गिरफ्तारी करने की मांग पीड़िता के परिवार ने जांच में पहुंची पुलिस से की। सदमे और आक्रोश के कारण तीन दिन से पीड़िता और उसके परिवार के लोगों के गले से नीचे अन्न का एक दाना भी नही खिसक रहा है।
बताते चलें कि आफरीन अंजुम पुत्री ताज मोहम्मद की शादी महराजगंज थाना क्षेत्र के नकटवारा निवासी इश्तियार अहमद पुत्र गुलाम अहमद से १० महीने पहले हुई थी। जिसमें मांगे गये दहेज में अंजुम के पिता ने अपनी औकात से बहुत ज्यादा दहेज दिया। शादी के बाद अंजुम को उसका शौहर और दहेज की मांग करते हुए प्रताड़ित करने लगा। यह बात मायके के लोगो को न बताते हुए वह सबकुछ सहन कर दिन बिता रही थी। इसी दौरान उसके पुत्री पैदा हो गई, तो उसका पति और भी अत्याचार करने लगा। आलम यह था कि अगर अंजुम के मायके से फोन भी चला जाता तो सही से बात ही नही करने दिया जाता। सिर्फ हां और ना में ही बात हो पाती थी। विदाई के नाम पर घर की परेशानी बता कर टाल दिया जाता। मायके के लोगों को इसकी जानकारी होने पर विदाई कराने नकटवारा पहुंच गये। बात-चीत के दौरान अंजुम के शौहर ने सबके सामने ही तीन बार तलाक बोल कर तीन कपडो़ के साथ घर से भगा दिया।
पुलिस से शिकायत करने के बाद देर रात हैदरगंज थाने में कई धाराओं में पति सहित ६ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। इसकी सूचना जब आरोपियों को लगी तो अंजुम और उसके परिवार पर सुलह-समझौते का दबाव बनाना शुरु कर दिया। जिससे तंग आकर पीड़िता का परिवार आरोपियों का नंबर ब्लैक लिस्ट में कर दिया, तो दूसरे नंबर से फोन आना चालू हो गया। थक हार कर मोबाइल ही बंद कर दिया बृहस्पतिवार को हैदरगंज थाने के उपनिरीक्षक और जांचकर्ता ने मय फोर्स पीड़िता के घर पहुंच कर जानकारी प्राप्त की परिवार के लोगों ने जांचकर्ता से आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग भी की। जिससे आरोपियों द्वारा उस पर दबाव न बनाया जा सके। जांचकर्ता उपनिरीक्षक सुधीर त्रिपाठी से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि जांच चल रही है, आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही अवश्य होगी।