अयोध्या। प्रख्यात उद्योगपति हरिओम तिवारी ने मृतक मनोज शुक्ला के घर पहुंच कर परिजनों से मिलकर सांत्वना प्रकट की। बताते चलें कि विगत बारह जून की रात फैज़ाबाद के सिविल लाइन्स मोहल्ला स्थित होटल से अपहरण कर घर ले जा कर आरोपी आशीष सिंह व उसके साथियों द्वारा पीट – पीट कर मार डाले गए, नगर के धारा रोड निवासी चौंतीस वर्षीय मनोज शुक्ला के घर पहुंच उनकी माता शुष्मा शुक्ला व बड़े भाई राघवेन्द्र शुक्ला से मिल कर जिले के प्रसिद्ध समाजसेवी व उद्यमी हरि ओम तिवारी ने शोक संतृप्त परिवार को दस हजार की नगद सहायता उपलब्ध कराते हुए इस घटना में नामित आरोपियों को अधिकतम सजा दिलाने हेतु अपनी तरफ से और भी ज्यादा व कानूनी सहायता दिलाने का वादा किया।
मृतक के भाई राघवेन्द्र शुक्ला ने एस पी सिटी अनिल सिंह सिसोदिया व होटल अवंतिका के मालिक के ऊपर इस कांड में पूरी तरह से संलिप्तता का आरोप लगाया है। राघवेन्द्र शुक्ला के अनुसार जब सेंसेटिव अयोध्या जिले में खुफिया विभाग व पुलिस अलर्ट पर थी तो मनोज शुक्ला की लाश आरोपी आशीष सिंह के घर से गोंडा जिले के मसकनवा स्थित रेलवे ट्रैक पर कैसे पहुंच गई ? तथा डिप्टी सी एम केशव प्रसाद मौर्या की जिले के सर्किट हाउस में मौजूदगी के दौरान एस पी सिटी अनिल सिसोदिया द्वारा राघवेन्द्र शुक्ला को धमकी देना कि जैसे मनोज शुक्ला गायब हो गया है वैसे ही तुम्हे भी गायब करवा दूँगा, यह पूरी तरह से आरोपियों के साथ पुलिस की मिलीभगत दर्शाता है। फिलहाल पीड़ित परिवार सी बी आई जाँच द्वारा होने पर ही न्याय मिलने की बात कर रहा है।
ज्ञातव्य हो के १२ जून की रात ११:५० पर होटल अवंतिका से घसीट कर मनोज शुक्ला को आरोपी आशीष सिंह अपने भाई व अन्य दोस्तों के साथ कार में बिठा कर अपने घर ले गया था उसके ऊपर आरोप है कि मनोज शुक्ला को घर मे पीट-पीट कर मार डाला तथा लाश को अपने साथियों के जरिये गोंडा जिले के मसकनवा में रेलवे ट्रैक पर फिंकवा दिया। जहाँ जी आर पी पुलिस से सेटिंग कर के लाश को भी लावारिश दिखाकर जी आर पी पुलिस के जरिये लाश को जलवा दिया। इसी से पीड़ित परिवार स्थानीय पुलिस पर विश्वास न कर के सी बी आई जाँच की मांग कर रहा है।
इस अवसर पर हरि ओम तिवारी के साथ कप्तान तिवारी, अखिलेश मिश्रा, मालेन्द्र तिवारी, अरुण तिवारी, करुणापति मिश्रा, नकुल पांडेय, दिव्यांश त्रिपाठी, राजा पांडेय, बंटी तिवारी, अखिलेश पाण्डेय सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।