भाई कैसे हो तुम

भ्रातृत्व दिवस श्याम के द्वारा लिखी गयी कविता...आपके दिल के तारों को छेड़ देगी...छू जाएगी आपके अंतर्मन को... " भाई, कैसे भाई हो तुम ? कभी पिता,...

दर्दे दिल (पप्पू का)

उठेला करेजवा में पीर पुरानी, सबकुछ बिलायल जग में जाहिर बेईमानी ।। 2014 में भयल चुनउवा , हमरे कारनामा के उड़ल खूब हउवा।। जनता लिहेसि बदला, ओनकर छाती जुड़ानी...
हमार पूर्वांचल

गाँव गाँव में नेतन क अब बा भरमार ?मोदीजी योगीजी सोचे मन मार??

होत सबेरे ऐ लीहे मोबाईल, कुर्तापैजामा है न्यू इस्टाइल, झूठई भाई हाय हलो सुनावई रही के काने मोबाइल लगावई भगवा गमछा बांन्ही कपार,मोदीजी योगीजी सोचे।1। घरे खेतीबारी के हाल...

छत्तीसगढ की साहित्यक यात्रा -अलका पाण्डेय

संस्मरण - अलका पांडे गीतांजलि एक्सप्रेस से हमारी दुर्गे के लिए टिकट बुकिंग हुई थी लेकिन वेटिंग लिस्ट में वेट करते रह गई, उसके बाद...

जनता जनार्दन से विशेष आग्रह

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जीती बड़ी लड़ाई हमने, जनता के अनुशासन से। फिर क्यूं न हम मान रहे, जो अनुरोध हुआ प्रशासन से। पी एम ने अनुरोध किया था, एक...

आप यह आदत ले जा रही है आपको मौत के करीब

भारत में आज भी लाखों लोगों को भर पेट भोजन नही मिलता लेकिन इसी में कुछ ऐसे भी लोग है कि उन्हें भोजन मिले...

क्या तुम लौटा सकते हो

सुनो........ क्या तुम लौटा सकते हो मेरा चाँद तुम्हारे लिए जो कभी चिढ़ाता था मुझे बादलों की ओट से छिपकर वह नीला आसमान लौटा सकते हो जिसके नीचे हमदोनों साथ बैठकर अपने सपनों में...

सम्मान समारोह में कवियों ने बिखेरा जलवा

छपरा : सारण की बेटी के नाम से ख्यातिलब्ध "कवयित्री ऋतु तिवारी" के कोलकाता से चलकर छपरा आगमन पर उनके सम्मान में एक भव्य...
हमार पूर्वांचल

हम और हमारी पहचान

जब हम इस संसार में अपनी माँ के कोख से जन्म लेकर भगवान के रूप में आते है। भगवान रूप इसलिए कहा जाता है...

“माँ” लघुकथा – वंदना श्रीवास्तव

मेरी गृहकार्य सहायिका सुमन बाई काम समाप्त करके थोड़ा सुस्ता रही थी। उसका पीला पड़ा काँति हीन चेहरा और उदास-निराश भाव भीतर तक मुझे...