समाज सेवा यानि एक दिखावा , साभार : गूगल

समाज सेवा यानि एक दिखावा, आत्मप्रचार , धनाढ्य वर्ग की धार्मिक व दान प्रवृत्ति...

रिपोर्ट : पप्पूजी यादव  आखिर समाज सेवा है क्या? उसका स्वरूप क्या है? यह आज तक कोई नहीं समझ पाया। हमें तो अपने धर्म ग्रंथों...

जल संकट और काले अंग्रेज

दिल्ली से रमेश दूबे देश की अनगिनत समस्‍याओं की तरह जल संकट के लिए भी काले अंग्रेज ही जिम्‍मेदार हैं। अंग्रेजों ने अविभाजित पंजाब में...

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कवि मंगेश पेडामकर कहते हैं कुछ ऐसे

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कवि, लेखक, समाजसेवी, म्युनिसिपल मजदूर यूनियन मुंबई उपाध्यक्ष मंगेश पेडामकर ने संपूर्ण भारत की महिलाओं को हार्दिक शुभकामनायें एवं बधाईयाँ...

भारत के इतिहास का स्वर्णयुग की आधारशिला नंदों ने रखी थी- डाॅ• गिरीश कुमार...

सैन समाज के साहित्यकार, इतिहासकार, हिंदी भाषा के महान कवि परम आदरणीय कवि डाॅक्टर गिरीश कुमार वर्मा सब के प्रणेता द्वारा नन्द वंश के...
हमार पूर्वांचल

हमने पूर्ण बहुमत एवं गठबंधन की सरकारें देखी है- हौसिला “हृषिकेश “

हम सबने कांग्रेस, भाजपा, और अन्य छोटे-छोटे राजनीतिक दलो मे से लगभग सभी का शासन देखा है या गठबंधन की सरकारे देखी है। इन...
patrkar vijay singh

मन की बात: मानवता आज भी जिन्दा है

आशा और उम्मीद! ये दोनों शब्द एक दूसरों के पर्यायवाची हैं। भरोसा और इच्छा भी। जब कहीं कोई अप्रिय घटना होती है या हम...

मन की बात: बिहार मे बिगड़े हालात – अशोक कुमार शर्मा

वास्तव में हम लोग अंधे और बहरे हैं। जो बिना भावार्थ समझे ही भावनात्मक नारों के पीछे भाग लेते हैं, जैश्रीराम, नारा लगता है...

होली के त्योहार का बदलता स्वरूप- मृदुला मिश्रा

होली! अगर अपने शब्दों में कहूं तो अपादमस्तक बदल गयी है यानी इसका ग्रामीण चोला उतर गया है और शहरीकरण हो गया है। पहले...

होली के त्यौहार का बदला स्वरुप- अलका पाण्डेय

पहले होली मेल मिलाप और प्रेम का प्रतीक व वैमनस्य को भुलाने का त्यौहार माना जाता था। पर आज इसका स्वरुप बदल रहा है घर...

बीएमसी स्कूली शिक्षा है सर्वश्रेष्ठ- चंद्रवीर वंशीधर यादव

बृहन्मुंबई मनपा द्वारा संचालित सभी अनुदानित और गैर अनुदानित स्कूलों के सभी माध्यम के शिक्षकों के कठोर परिश्रम की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी...