हमार पूर्वांचल

मन की बात: आखिर क्यों गिर रहा राजनीति का स्तर

मुम्बई से आनन्द पाण्डेय वोट की राजनीति का स्तर इतना गिरता जा रहा है कि क्षेत्रीय पार्टी सपा, ममता बनर्जी, कांग्रेस, सी.पी.एम., घुसपैठियों का स्वागत...

14 सितंबर को हिंदी दिवस क्यों मनाते हैं-चंद्रवीर बं.यादव

हिंदी माध्यम में पढ़ने और जीवन में आगे बढ़ने का संकल्प हिंदी दिवस पर लें। 14 सितंबर 1949 को हिंदी को संघ की राजभाषा...

सामाजिक स्वप्न पूर्ण करने हेतु संगठित होना आवश्यक- हरिकेश शर्मा नंदवंशी

सादर वंदन बन्धु सैन, सबिता, श्रीवास, शर्मा, वर्मा, नन्दवंशी, मारू, पारेख, वालंद, नाभिक, नापित, नाई, उमरे, सराठे, ठाकुर, लिंबचिया, प्रमाणिक, खवास, गठोडिया, टोक्सिया, नन्द,...

होली के त्योहार का बदलता स्वरूप- मृदुला मिश्रा

होली! अगर अपने शब्दों में कहूं तो अपादमस्तक बदल गयी है यानी इसका ग्रामीण चोला उतर गया है और शहरीकरण हो गया है। पहले...

रामधारी सिंह “दिनकर” एक विद्रोही कवि के साथ राष्ट्रकवि थे- श्रीमती आभा दवे

हिंदी साहित्य जगत के राष्ट्रकवि एवं जन कवि श्री रामधारी सिंह दिनकर जी की आज पुण्यतिथि है। दिनकर जी ने साहित्य में जो नाम...
हमार पूर्वांचल

लॉक डाउन में मजबूत करें रिश्तों की डोर

आज-कल के व्यस्ततम जीवन में रिश्तों को निभाना महज एक औपचारिकता सी बन गयी है। चाहे वह अपने परिवार के रिश्ते हों या अपने...