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उदंड बालको की मां ने सवांरी जिन्दगी,एक हुआ प्रथम श्रेणी से दसवीं उतीर्ण तो दूसरा…..

बलिया : जिले से सटे पूरब तरफ के मांझी प्रखण्ड स्थित राज सम्होता पंचायत अंतर्गत आनेवाले चतरा गांव का निवासी धनंजय सिंह जो तकरीबन दस साल पहले एक दुर्घटना में अपनी मानसिक याददाश्त खो चुके थे उस समय उनकी पत्नी वीणा देवी के कंधो पर उन दो मासूम बच्चो की मोहित एवं रोहित की न सिर्फ परवरिश की जिम्मेदारी आ गयी थी बल्कि अपने पति के इलाज का भी भार उस महिला के कंधो पर ही आ गया था। ऐसे में श्रीमति वीणा ने बहुत ही धैर्य और हिम्मत से काम लिया।

बता दें कि सिर्फ दस और बारह वर्ष की उम्र में उनके दोनो बच्चो ने अपने घर तथा माता-पिता की ऐसी हालात देखे तभी से ही उन दोनो को अपने घर परिवार के हालातो को ठीक करने के लिए मन कचोटता रहा, फलस्वरूप दोनो भाईयो ने अल्प उम्र में ही घर छोङ चार किलोमीटर दूर कोपा सम्होता रेल्वे स्टेशन पहुँच गये। ना कोई मंजिल न कोई ठिकाना, बस मकसद था पैसा कमाना,,इसी ऊहापोह में पङे थे कि इन बच्चो के गांव के कुछ बनिया महाजनो की नजर इन सब पर पङी तो उन सबने डाँट डपटकर वापस इन दोनो को उनके घर पहुँचाए।

परंतु मन में पैसे कमाने को टिस मारता रहा जिस कारण लोगो के शादी विवाहो में तथा आर्केस्टा आदि में भी जाने लगे जिससे पैसे तो जरूर कुछ मिल ही जाते थे परंतु स्वभाव उदंड होने लगा। तभी इन बच्चो की मां ने उसी सभी पैसो से अपने पति का इलाज कराते हुए इन बच्चो को उचित शिक्षा दिलाने की भी जिद ठान ली।

अबतक पारिवारिक खर्चे का आधा भार बङे बेटे मोहित के कंधो पर आ चुका था इस कारण उसने जैसे तैसे दसवीं की परीक्षा साधारण अंको के साथ उतीर्ण किया और मात्र १८वर्ष पूर्ण होते ही उसकी माँ ने उसे काम करने हेतु घर से बाहर भेज दिया। जिस दरम्यान मोहित ने पुणे मे एक वर्ष काम कर अपने छोटे भाई रोहित को पैसा भेजता गया इस हिदायत के साथ कि पिताजी का दिमागी इलाज एवं तुम्हारा पढाई समुचित ढंग से होते रहना चाहिए और यह हिदायते आखिरकार उन बच्चो की मां के मार्गदर्शन में रंग लायी।

फिलहाल उसके पिताजी श्री सिंह की भी तबियत दुरूस्त है जबकि रोहित ने नवंम्बर दिसंबर २०१८ में जो दसवीं का परीक्षा दिया था उसका परीक्षाफल ५ अप्रैल को आया जिसमें रोहित ऊर्फ नन्हे ने प्रथम श्रेणी से उतीर्ण होकर पूरे परमार वंशजो को चौका दिया और सबकी शाबाशी पाने का हकदार बन चुका है। जबकि मोहित अभी भी दिल्ली में कामकर घर परिवार के विकास में भरपूर सहयोग दे रहा है। जिन सबकी चर्चांए सुर्खियों में है।

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