Shankar ji , God , poyetry

बोल  रहे  हर  बम बम भोले

देवाधिदेव महादेव         बृजेश दुबे अंग  भभूत  जहां के प्रसाद छने नित नूतन भंग के गोले कंकर   -   कंकर  पावन  है शिव शंकर मुक्ति के...