“बेटियां” – मन की बात पवन कुमार के साथ
बेटी जो एक नारी, एक औरत, एक माँ, एक बहन और न जानें कितने रूप, ममता और प्यार का जीता जागता प्रतिक।
वह समाज और...
वेब सीरीज में हो सेंसर बोर्ड की दखलंदाजी, नहीं तो भारत अपनी संस्कृति एवं...
कोराना महामारी के बाद देश में जब लॉकडाउन हुआ तो उसका असर फिल्मों पर भी पड़ा। सिनेमा हाल बंद होने के कारण फिल्म निर्माताओं...
नगरसेवक नहीं चक्की वालों की सुनता है बिजली विभाग
कल्याण: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से सटे करीब का वह उपनगर जहां से प्रतिदिन लाखो लोग मुंबई एवं पुणे की तरफ कामधंधो के...
प्यार की कोई परिभाषा नहीं होती
आगरा : आगरा उत्तर प्रदेश का एक ऐसा पर्यटन स्थल है जिसे लोग प्यार की निशानी के नाम से जानते है । पर क्या...
व्रत,उपवास पर्व त्यौहारोंका था पर होली – डाॅक्टर मीरा पांडे
भारतीय परिवेश में पर्वो और त्योहारों का आना व् मनाना सम सामयिक ,प्रासंगिक एवं आत्मिक विकास ,आत्मबोध ,का द्योतक माना जाता है। जीवन की...
होली का बदलता हुआ स्वरुप – रजनी साहू
पर्वों की परम्पराएँ सदियों से हमारे देश में चली आ रही हैं ।ये हमारी संस्कृति की पहचान है, जो शालीनता से सद्भावना और आपस...
मन की बात: पानीपत का तीसरा युद्ध और “NOTA”
अहमद शाह अब्दाली ने भारत पर आक्रमण किया। कोई उसे रोकने का साहस न कर सका। तब महाराष्ट्र से मराठा पेशवा ने उसको टक्कर...
हमने पूर्ण बहुमत एवं गठबंधन की सरकारें देखी है- हौसिला “हृषिकेश “
हम सबने कांग्रेस, भाजपा, और अन्य छोटे-छोटे राजनीतिक दलो मे से लगभग सभी का शासन देखा है या गठबंधन की सरकारे देखी है। इन...
आदमी का बच्चा- वंदना श्रीवास्तव
लघुकथा
सुमन(मेरी गृहकार्य सहायिका) 2 महीने की छुट्टी पर गाँव जा रही है। अपने स्थान पर कार्य करने के लिए किसी को लेकर आई है।...
कामायनी के सुरियावां ठहराव पर राजनीति कितनी उचित: मन की बात
भदोही। सुरियावां स्टेशन पर कामायनी एक्सप्रेस के ठहराव के लिए जिस प्रकार से भदोही सांसद और विधायक द्वारा जो राजनीतिक प्रचार किया जा रहा...