patrkar vijay singh

मन की बात: मानवता आज भी जिन्दा है

आशा और उम्मीद! ये दोनों शब्द एक दूसरों के पर्यायवाची हैं। भरोसा और इच्छा भी। जब कहीं कोई अप्रिय घटना होती है या हम...

आर्थिक मंदी में भारत,महामंदी, महामारी से महा सफलता की ओर

यह भविष्य वाणी की जा रही है कि 1930 के के महामंदी के बाद यह संसार सबसे बड़ी मंदी देखने वाली है। आज हम...

कांग्रेस की अविश्वनीय छप्पी से विपक्षी चित्त

देश की वर्तमान राजनैतिक दशा को देखकर तो केवल यही लगता है कि आज देश के सभी भाजपा विरोधी दलों का उद्देश्य केवल भाजपा...
हमार पूर्वांचल

आदमी का बच्चा- वंदना श्रीवास्तव

लघुकथा सुमन(मेरी गृहकार्य सहायिका) 2 महीने की छुट्टी पर गाँव जा रही है। अपने स्थान पर कार्य करने के लिए किसी को लेकर आई है।...

संगठन अपनी जगह एवं राजनैतिक दल अपनी जगह-हरिकेश शर्मा नंदवंशी

आज हम लोग संगठन क्यों बनाते हैं उसका कारण आम नागरिकों को पता है या नहीं है यह मुझे मालूम नहीं है कोई भी...

नयी शिक्षा नीति पर शिक्षाविद् योगेश सुदर्शन आर्यावर्ती के विचार

बौद्धिक प्रतिबंधनों सें स्वतंत्रता की ओर तथा स्वतंत्रता से मुक्ति की ओर शनैः-शनैः विकसित होकर उन्नत होने को प्रेरित करने का यह सर्वथा सर्वप्रथम...

जहां से बनती है,देश के आर्थिक दशा। हर मानसून मे हो जाती है,उसकी दुर्दशा...

मुम्बई: मनपा की लापरवाही के कारण हर साल मॉनसून में देश के सबसे बड़े आर्थिक दशा को बनाए रखने वाली मुंबई की हर साल...

क्या आप भारत के सच्चे नागरिक हैं ? – मंजू सराठे

चौंक गए ना? कि यह कैसा सवाल है ?आपका उत्तर होगा हांँ, हांँ बिल्कुल हैं। यदि हांँ, तो क्यों आप लोग इस तरह गैर...

आरक्षण बनाम सरकारें- राजेन्द्र प्रसाद ठाकुर

इस देश में जब भी आरक्षण के बारे में चर्चा शुरू होती है तो जैसे- तुफान आ जाता है, आखिर आरक्षण है क्या? और...
hamara purvanchal

प्रजातंत्र के इस देश में चुनावी सरगर्मियों के बीच हर बार उलझता,पीसता मध्यम वर्ग-आर...

हमारे देश भारत में जब-जब चुनाव करीब आता है उस समय के महीनों पहले से भले ही सत्ता किसी भी पार्टी की हो रेल दुर्घटनाओं,...