आप यह आदत ले जा रही है आपको मौत के करीब
भारत में आज भी लाखों लोगों को भर पेट भोजन नही मिलता लेकिन इसी में कुछ ऐसे भी लोग है कि उन्हें भोजन मिले...
वेब सीरीज में हो सेंसर बोर्ड की दखलंदाजी, नहीं तो भारत अपनी संस्कृति एवं...
कोराना महामारी के बाद देश में जब लॉकडाउन हुआ तो उसका असर फिल्मों पर भी पड़ा। सिनेमा हाल बंद होने के कारण फिल्म निर्माताओं...
छात्र-छात्राओं पर बढते दबाव के दुष्परिणाम
सत्यप्रकाश मिश्रा
मैने कभी नही सुना कि अमेरिका में बोर्ड इग्जाम के रिजल्ट आ रहे हैं या यूके में लड़कीयो ने बाजी मार ली है...
समाज सरकार के समक्ष एकता अखंडता का परिचय दे-राजेन्द्र प्रसाद ठाकुर
मैं राजेंद्र प्रसाद श्याम नारायण शर्मा (ठाकुर) मईडीह मडियाहूं जौनपुर उत्तर प्रदेश में जन्मा और जीवन यापन मुंबई में कर रहा हूँ। संघर्ष करने...
आरक्षण बनाम सरकारें- राजेन्द्र प्रसाद ठाकुर
इस देश में जब भी आरक्षण के बारे में चर्चा शुरू होती है तो जैसे- तुफान आ जाता है, आखिर आरक्षण है क्या? और...
सावन की तीज की महत्ता- मंजू गुप्ता
लघुकथा
भारतवर्ष में हर त्योहार मौज मस्ती, खुशियों से भरा होता है। सावन शुक्ल की तीज भारत में हर्षोल्लास के साथ मनायी जाती है। सावन...
जहां से बनती है,देश के आर्थिक दशा। हर मानसून मे हो जाती है,उसकी दुर्दशा...
मुम्बई: मनपा की लापरवाही के कारण हर साल मॉनसून में देश के सबसे बड़े आर्थिक दशा को बनाए रखने वाली मुंबई की हर साल...
मन की बात: पीड़ित विधवा को चरित्रहीन बताना कितना उचित
आज मेरा मन इस तरह से विचलित हो रहा है कि हमारा समाज तुच्छ मानसिकता की वजह से किस दिशा में जा रहा है...
राजतंत्र में राजतिलक होता था, लोकतंत्र में आम चुनाव होता है- डाॅ.गिरीश कुमार वर्मा
किसी ने सुहाग को नहीं देखा मगर मान लेते हैं कि मांग का सिंदूर सुहाग है। किसी ने गणपति को नहीं देखा लेकिन मान...