दिल को खटके …. ज़रा हटके

  नादान शब्दावली, दिलमय ऐ स्वार्थ आत्मकपट त्याग, जीवनमय यथार्थ जीवनमय यथार्थ, ज्वलंत तो कीजिए गुरुकुल पथमय, स्वाभिमान लीजिए 'बहुरुपीय' मौन, संस्कारी हो खानदान शिक्षा-संस्कार, पथिक न मिलें नादान     एस, टी,...

रौनक ए वज्म के तत्वावधान में कवियों की सजी महफ़िल

मुंबई । 'रौनक़-ए-बज़्म' मुम्बई के तत्वाधान में दोस्तों की चौपाल का 'जीवन सौरभ' मलाड पश्चिम मुम्बई में आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता मुम्बई के...
हमार पूर्वांचल

आशीर्वचन-हौसलों की उड़ान 

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आशीर्वचन-हौसलों की उड़ान   हरीश जी निश्चिन्त होकर, कर्म तुम करते रहो । पूर्वांचल की डगर पर, बिन डिगे बढ़ते रहो । अरुण से चमकोअनुज, शुभकामना 'देवराज' की, झुक...

आज का गाँव परदेशी की नजर से

मैं और मेरा गाँव अतीत के आईने से गाँव की गलियों और बगीचों में खेत में, खलिहानों में खाली पड़े मैदानों में , खेलते कूदते अटखेलियां करते...

शोध शक्ति के ६वें स्थापना दिवस पर सम्मान समारोह के साथ हुआ कवि सम्मेलन

ठाणे । कल्याण, 31 जनवरी 2020 को कल्याण (पूर्व) के आयडियल फार्मेसी महाविद्यालय के संवाद सभागृह में शोध शक्ति हिंदी समाचार पत्र के 6...

आप यह आदत ले जा रही है आपको मौत के करीब

भारत में आज भी लाखों लोगों को भर पेट भोजन नही मिलता लेकिन इसी में कुछ ऐसे भी लोग है कि उन्हें भोजन मिले...
हमार पूर्वांचल

भारतमाता की आजादी

गुड़िया झा मै भारत माता केहलाती हु, मै पृथवी भी केहलाती हु, और धरनी भी केहलाती हु, आप सब जानते हो मुझ पृथवी के ग्रवग्रीह में घिरी हुई...

क्या तुम लौटा सकते हो

सुनो........ क्या तुम लौटा सकते हो मेरा चाँद तुम्हारे लिए जो कभी चिढ़ाता था मुझे बादलों की ओट से छिपकर वह नीला आसमान लौटा सकते हो जिसके नीचे हमदोनों साथ बैठकर अपने सपनों में...
हमार पूर्वांचल

भारतमाता की आजादी

मै भारत माता केहलाती हु, मै पृथ्वी भी केहलाती हु और धरनी भी केहलाती हु। आप सब जानते हो मुझ पृथ्वी के ग्रवग्रीह में घिरी हुई सीता जब...

विश्व मैत्री मंच के तत्वावधान में कवियत्रियों की सजी महफ़िल

मुंबई। विश्व मैत्री साहित्यिक संस्था के तत्वावधान में काव्य गोष्ठी अंधेरी जे.बी. नगर पूर्व में 3 मार्च 2019 रविवार को सफलता पूर्वक संपन्न हुआ।...