एक साम अटल के नाम” श्रद्धांजलि सभा एवं काव्यगोष्ठी संपन्न
रिपोर्ट : विनय शर्मा दीप
ठाणे : भारतीय जन भाषा प्रचार समिति ठाणे (बहुभाषी काव्य गोष्ठी) एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद महाराष्ट्र के तत्वावधान में "एक...
हौसलों की उड़ान
जब भी तुम्हारा हौसला आसमान में जायेगा।
होशियार रहना कोई पंख काटने जरूर आयेगा।
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ज्वलंत मुद्दा: नारी कोई देह नहीं, यदि कपड़े छोटे हैं तो सोच छोटी है!
आज टीवी पर एक विज्ञापन देखा कि कपड़े छोटे नहीं होते सोच छोटी होती है, मैं भी कहती हूँ कि कपड़ें मत बदलो, समाज...
महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर पांच दिवसीय भजन,कीर्तन वअखंड रामायण के साथ रुद्राभिषेक
भाडुप । सामाजिक, सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक संस्था जय अंबे सोसायटी-रामनगर के तत्वावधान में सुखराम सेठ चाल,राम नगर टेंभीपाढ़ा भाडुप(पश्चिम) मुंबई में महाशिवरात्रि के पावन...
भारतमाता की आजादी
गुड़िया झा
मै भारत माता केहलाती हु, मै पृथवी भी केहलाती हु, और धरनी भी केहलाती हु, आप सब जानते हो मुझ पृथवी के ग्रवग्रीह में घिरी हुई...
चित भी मेरी पट भी मेरी-इंदु भोलानाथ मिश्रा
वाह जी वाह क्या सोच है तुम्हारी, हम सब पुरूषो में ये सोच कहा। क्या बात हैं, सच मन तो उछलने लगा है कि,...
पत्रकारिता व साहित्य को सुखद रूप से जोड़ने वाली कृति है हेमलता त्रिपाठी की...
लखनऊ : गुड़िया को स्नेहिल बधाई, साहित्य में प्रगति के लिए शुभकामनाएं देते हुए आचार्य सत्येंद्र दास जी महाराज ने कहा
पत्रकारिता व साहित्य को सुखद...
गाँव गाँव में नेतन क अब बा भरमार ?मोदीजी योगीजी सोचे मन मार??
होत सबेरे ऐ लीहे मोबाईल,
कुर्तापैजामा है न्यू इस्टाइल,
झूठई भाई हाय हलो सुनावई
रही के काने मोबाइल लगावई
भगवा गमछा बांन्ही कपार,मोदीजी योगीजी सोचे।1।
घरे खेतीबारी के हाल...
रफ़ाकत के वो सब किस्से सुहाने याद आते हैं
रफ़ाकत के वो सब किस्से सुहाने याद आते हैं
हमें अब भी मुहब्बत के ज़माने याद आते हैं
रोज़ हँसता था महफिल में कभी दोस्तों के...
व्यंग बांड़ – मामा नाम ही काफ़ी हैं
"मामा" नाम ही काफी है, लोगों को बतलाने को।
केवल रात ही काफी है, नेताओं को आजमाने को।
एड़ी चोटी एक किये सब, अब कुर्सी हथियाने...